जैसलमेर रहने आया मंगोलिया का राष्ट्रीय पक्षी, 4000 KM का सफर किया तय
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जैसलमेर रहने आया मंगोलिया का राष्ट्रीय पक्षी, 4000 KM का सफर किया तय

Jaisalmer News: जैसलमेर में सर्दी आते ही विदेशी मेहमानों के प्रवास का सिलसिला शुरू हो गया है. इनदिनों जैसलमेर में अलसुबह और रात में गुलाबी ठंड होने लगी है. डेजर्ट नेशनल पार्क में साकर फाल्कन बाज नजर आया, जो मंगोलिया का राष्ट्रीय पक्षी है. 

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Jaisalmer News: राजस्थान के जैसलमेर में सर्दी आते ही विदेशी मेहमानों के प्रवास का सिलसिला शुरू हो गया है. इनदिनों जैसलमेर में अलसुबह और रात में गुलाबी ठंड होने लगी है. 

वहीं, जैसलमेर में विदेशी पर्यटकों के साथ विदेशी पक्षी भी आने लगी है. इसी के चलते डेजर्ट नेशनल पार्क में साकर फाल्कन बाज नजर आया, जो मंगोलिया का राष्ट्रीय पक्षी है. 

साकर फाल्कन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फाल्कन प्रजाति में से एक है. यह बाज शिकार की खोज में 200 मील प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच सकता है. सर्दी आते ही अब विदेशी पक्षियों का भी जैसलमेर आना शुरू हो गया है. 

उत्तरी व मध्य एशिया के साथ ही यूरोप में ज्यादा ठंड होने की वजह से यह पक्षी उड़ान भरकर भारत पहुंचते है. इसके बाद  जैसलमेर व फलोदी के पास खीचन इनकी पसंदीदी जगह है. 

जैसलमेर में अच्छी बरसात होने के बाद तालाब पानी से लबालब भरे हुए है, जिससे वेरियेबल व्हिटियर, रोजी स्टार्लिंग, स्पॉटेड पलाईकैचर, स्टेपी ईगल, कुरजां, यूरेशियन रोलर, वेरियेबल व्हिटियर नजर आए. वहीं, पश्चिम एशिया से रूफस टेल्ड स्क्रब रोबिन भी पहुंच चुकी है लेकिन साकर फाल्कन का दिखना अद्भुत है. 

बता दें कि इस साल राजस्थान में अच्छी बारिश हुई है, जिससे जल स्त्रोत पानी से लबालब भरे हुए हैं. ऐसे में प्रवासी पक्षियों की अच्छी संख्या में आने की उम्मीद जताई जा रही है. इन पक्षियों से  किसानों को विशेष फायदा मिलता है. इसके अलावा कई पक्षी कैर और बैर खाने के लिए आते हैं. जैसलमेर जिला में बारिश होन के बाद ही विदेशी पक्षी यहां आने लगते हैं. ये पक्षी मार्च तक यही रहते हैं, उसके बाद वापस उड़ान भरते हैं. 

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