भोपाल में जुट रहे 18 हजार शिक्षक, सीएम शिवराज देंगे खास ट्रेनिंग, जानिए पूरा मामला
मध्य प्रदेश के 18 हजार से ज्यादा शिक्षक 4 सितंबर को राजधानी भोपाल के दशहरा मैदान में जुट रहे हैं. इन सभी शिक्षकों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विशेष ट्रेनिंग देंगे. शिक्षकों के भोपाल पहुंचने का सिलसिला आज शाम से ही शुरू हो जाएगा.
आकाश द्विवेदी/भोपाल। मध्य प्रदेश के 18 हजार से ज्यादा शिक्षक आज रात-रात तक राजधानी भोपाल पहुंच रहे हैं. शिक्षकों को शनिवार की शाम तक भोपाल पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं, ऐसे में कल शिक्षकों की सीएम शिवराज सिंह चौहान खास ट्रेनिंग देंगे. हालांकि यह ट्रेनिंग केवल एक ही दिन की होगी. इसके अलावा सीएम इन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी देंगे. ऐसे में शिक्षकों का भोपाल पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.
इन विषयों पर ट्रेनिंग देंगे सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन सभी शिक्षकों को अलग-अलग सत्रों में नई शिक्षा नीति , शालेय शिष्टाचार और मूल्यांकन जैसे विषयों पर ट्रेनिंग देंगे. जिसके बाद मुख्यमंत्री शिक्षकों को उनके स्कूलों के लिए रवाना करेंगे, इसमें प्रदेश के 89 आदिवासी विकासखंडों के शिक्षक भी शामिल होंगे. प्रदेश में इसके पहले इस तरह से शिक्षकों की ट्रेनिंग नहीं हुई है. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी देंगे. नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों में से 60 प्रतिश महिला शिक्षक हैं. खास बात यह है कि इस प्रोग्राम से मीडिया को पूरी तरह से दूर रखा गया है.
कार्यक्रम में हुआ बदलाव
राजधानी भोपाल के दशहरा मैदान में यह आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में सभी शिक्षकों को यहां पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं. पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 1 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचने का कार्यक्रम था, लेकिन समय में बदलाव किया गया है। शिवराज तय समय से आधे घंटे पहले साढ़े 12 बजे पहुंचेंगे. बता दें कि इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया है, यह कार्यक्रम पहले 3 सितंबर को आयोजित किया जाना था, लेकिन अब इसे चार सितंबर को आयोजित किया जा रहा है.
बता दें कि इन सभी शिक्षकों को भोपाल तक पहुंचाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने पूरी की पूरी ट्रेन बुक की है. ताकि किसी भी शिक्षक को पहुंचने में देर न हो. वहीं कलेक्टरों ने भी कई बसें बुक करवाई है, ताकि शिक्षक समय से दशहरा मैदान पर पहुंच सके.
प्रदेश के मिलेंगे 18000 शिक्षक
बता दें कि 18000 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिलते ही प्रदेश स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी. 2019 में परीक्षा हुई थी, जबकि रिजल्ट आने के बाद जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक सभी चयनीत शिक्षकों के सत्यापन की भी प्रक्रिया पूरी कर ली गई.