भोपाल: सीएम शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मिले. इस मुलाकात को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि केंद्र सरकार इतनी प्रैक्टिकल होने के साथ विजनरी भी है कि जब कोई तर्कपूर्ण मुद्दा उठाते हैं तो, राज्य चाहे मध्यप्रदेश हो या कोई अन्य राज्य हो, तत्काल सहयोग मिलता है. इस मुलाकात में सीएम ने मध्य प्रदेश की मांगों को लेकर चर्चा की.


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केंद्रीय मंत्री का जताया आभार
शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश को 1 हजार 55 करोड़ रुपए का इन्सेंटिव इस साल भारत सरकार ने दिया. हमने पब्लिक असेट मैनेजमेंट कंपनी बना के जो पब्लिक असेट थे उनको ठीक से मैनेज किया. ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य था. इसके लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार भी जताया.


कैपिटल गेन टैक्स को लेकर की ये अपील
सीएम ने कहा पब्लिक असेट मैनेजमेंट कंपनी बना के जो पब्लिक असेट थे उनको ठीक से मैनेज किया. मध्यप्रदेश पहला राज्य था जिसने यह किया. उसके कारण हमको इन्सेंटिव मिला. उसके साथ साथ इस इन्वेस्टमेंट कंपनियों के माध्यम से जो, हमने किया उसके कारण मध्यप्रदेश को इन्सेंटिव मिला. उन्होंने वित्त मंत्री से आग्रह किया कि अगर हम अलग से कंपनी बनाकर काम कर रहे हैं कैपिटल गेन टैक्स ना लगे ये मेरा निवेदन है.


केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से क्या बात हुई
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात को लेकर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि हमारा प्रिक्योरमेंट के आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश गेहूं प्रिक्योर करता है. बाकी चीजें भी प्रिक्योर करके हम भारत सरकार को देते हैं. उनके कई क्लेम थे जो सेटल नहीं हुए थे, क्योंकि दो 3 साल लग जाते जब हम खरीद के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से बांट देते हैं.


6000 करोड़ रुपए सेटल करने की मांग
सीएम ने बताया कि केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल से यह आग्रह किया कि, हमारे लगभग 6000 करोड़ रुपए के कई साल पुराने क्लेम पेंडिंग है और वो दोनों सरकारों में कई बार वहां से बिल भेजते हैं, सेटल करने का चक्कर रहता है तो, उस पे हमारी चर्चा हुई.


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