भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बजट सत्र के दौरान आज सदन में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने ने केवल नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ पर तंज कसा बल्कि कांग्रेस को पांच राज्यों में मिली करारी हार पर भी तीखे कटाक्ष किए. सीएम शिवराज ने किसानों की कर्जमाफी, बिजली बिल और बजट भाषण के दौरान कांग्रेस के प्रदर्शन पर भी जमकर टारगेट किया. 


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कांग्रेस ने परंपरा को बदला 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ''मध्य प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है जब बजट सत्र के दौरान विपक्षी सदस्यों ने बेल में आकर प्रदर्शन किया हो. यह पहला मौका है जब राज्यपाल के बजट अभिभाषण में नेता प्रतिपक्ष ने हिस्सा ही नहीं लिया. सीएम ने कहा कि कमलनाथ जी एक साथ कई भूमिकाएं निभाते हैं. नेता प्रतिपक्ष हैं, प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी है. दिल्ली की भी कई भूमिकाएं निभाते हैं. सारी दुनिया का बोझ वे उठाते हैं तो थोड़ा भार गोविंद सिंह के कंधों पर क्यों नहीं डाल देते.  मुख्यमंत्री ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि छिंदवाडा में देखने के लिए कुछ बचा ही नहीं तो नेता प्रतिपक्ष यहीं आ जाते. 


कांग्रेस का परम कल्याण सुनिश्चित है 
सीएम शिवराज ने कहा कि अब कांग्रेस का परम कल्याण सुनिश्चित है, ''ये दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई इधर गिरा, कोई उधर गिरा. अन्यथा न लें, घोषित कर दिए चन्नी और अध्यक्ष बना दिए सिद्धू. हालत यह हो गई कि, सिद्धू जी ने कहा. मुझे मेरी हार का दुख नहीं है, चन्नी दोनों जगह से हार गया वह ज्यादा अच्छा है. ऐसी हालत में माननीय अध्यक्ष महोदय हम भी कुछ नहीं कर सकते. क्योंकि अब कांग्रेस का परम कल्याण सुनिश्चित है.''


मुख्यमंत्री ने कहा कि ''कमलनाथ बजट अभिभाषण में हिस्सा नहीं लेते और जीतू पटवारी इसका विरोध करते हैं. पहले उन्होंने मुझे आश्वस्त किया, कांग्रेस विरोध नहीं करेगी. लेकिन बाद में कांग्रेस के सारे विधायक बेल में आकर प्रदर्शन करते हैं और बजट भाषण ही नहीं सुनते. कांग्रेस में तो यही हाल है. बड़े मिया तो बड़े मियां. छोटे मियां शुभां अल्लाह.''


किसानों को डिफाल्टर किया
सीएम शिवराज ने कमलनाथ की 15 महीने की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि ''उनके कामकाज के दौरान प्रदेश के कई किसान डिफाल्टर हो गए. अब हमारी सरकार ने तय किया है कि ऐसे डिफाल्टर हुए प्रदेश के किसानों के कर्ज पर लगे ब्याज को सरकार भरेगी. कोरोना के संकट काल में बड़ी संख्या में लोग बिजली बिल नहीं भर सके. इसलिए सरकार ने तय किया है कि कोविड काल के दौरान बिजली बिल माफ करेगी. ऐसे 48 लाख बिजली उपभोक्ताओं को राहत दी जाएगी. 


चलो-चलो में सब मामा के पास आ गए 
सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर मध्य प्रदेश में भेदभाव करने का आरोप भी लगाया, उन्होंने कहा कि ''अगर मध्य प्रदेश की राजनीति में भेदभाव और अन्याय का प्रारंभ किया, तो वह 15 महीना की सरकार में हुआ, इससे पहले कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया था. लेकिन इस बार यह परंपरा शुरू हो गई. कुचल दो, दबा दो, बदला ले लो, मार डालो यह कौन सी राजनीति है माननीय अध्यक्ष महोदय...?. लेकिन, हम ऐसा भेदभाव नहीं करेंगे. सबका साथ, सबका विकास ही हमारा लक्ष्य है. इन्होंने तो कई हटा दिए, इसके लिए तो सरकार हटी है नहीं तो 5 साल काम करती. उस समय बड़ी जल्दी में रहते थे, चलो-चलो टाइम नहीं है उन्हें भी कह दिया टाइम नहीं है. इन्होंने कहा, हम भी चले मामा के पास हमारे पास भी टाइम नहीं है. ये भेद भाव करने की जरूरत क्या थी.''


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