MP Election: कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ जारी किया आरोप पत्र, आदिवासियों पर अत्याचार समेत भ्रष्टाचार के कई मामले शामिल
Madhya Pradesh Assembly Election: मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर दिया है. आरोप पत्र में दलित और आदिवासियों पर अत्याचार, महिलाओं पर अत्याचार और प्रदेश में सरकारी भर्तियों में हो रहे घोंटालों के शामिल किया गया है.
MP Election: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले नया मोड़ आ गया है. बीजेपी की ओर से प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को शिवराज सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया है. कांग्रेस ने इस आरोप पत्र में दलित और आदिवासियों पर अत्याचार समेत कई भ्रष्टाचार समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पर सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कई आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस आरोप पत्र को लेकर जनता के बीच जाएगी. कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की पहचान अत्यचार, अपराध और भ्रष्टाचार के रूप में हो गई है. शिवराज आज ठगराज बन गए हैं. नौजवान, बुर्जुग, किसान, व्यापारियों सबको शिवराज ने ठगा है. शिवराज सरकार ने महाकाल, गौमाता को भी नहीं छोड़ा. प्रदेश का हर व्यक्ति या तो भ्रष्टचार का शिकार है या भ्रष्टचार का गवाह है. यही मध्यप्रदेश पर सबसे बड़ा कलंक है. आरोप पत्र की टैग लाइन दी गई है- घोटाला ही घोटाला, घोटाला सेठ 50% कमीशन रेट...
लगाए ये भी बड़े आरोप
पीसीसी चीफ ने वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बनाने के आरोपों पर कहा कि वल्लभ भवन में CCTV है सब रिकॉर्ड होता है. 4 सालों में जांच क्यों नही की? शिवराज सरकार ने इन्वेस्टमेंट समिट क्यों नहीं घोषित किया. कमलनाथ ने कहा कि 2018 में सरकार बनने के बाद हमने विकास पर फोकस किया. घोटाले की जांच नहीं की. इस बार सरकार बनने के बाद घोटाले की जांच के सवाल पर कमलनाथ बोले- अब कमलनाथ 2018 का नहीं 2023 का मॉडल है.
घोटालाशीट में ये प्रमुख आरोप
- 15,000 करोड़ रुपए का पोषण आहार घोटाला
- 12,000 करोड़ रुपए का मिड-डे मील घोटाला
- 9,500 करोड़ रुपए का आंगनबाड़ी नल जल घोटाला
- 600 करोड़ रूपए का गणवेश घोटाला
- 2,000 करोड़ रुपए का सर्व शिक्षा अभियान घोटाला
-2,000 करोड़ रुपए का व्यापम महा घोटाला
-2,000 करोड़ रुपए का नर्सिंग घोटाला
- 3,000 करोड़ रुपए का कौशल घोटाला
- 2,500 करोड़ रुपए का पैरामेडिकल छात्रवृत्ति घोटाला
-94,000 करोड़ का बिजली घोटाला
-10,000 करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला
-100 करोड़ महाकाल लोक घोटाला
- 650 करोड़ क्षिप्रा सफाई घोटाला
- 3000 करोड़ वृक्षारोपण घोटाला
-8000 करोड़ संबल और श्रम कल्याण योजना घोटाला
-300 करोड़ कारम बांध घोटाला
-500 करोड़ शासकीय कॉलेज में घोटाला