बस्तर में 28 लोगों ने अपनाया हिंदू धर्म, बहकावे में आकर कुछ साल पहले बने थे ईसाई
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले धर्मातंरण का मुद्दा तेज हो गया है. हाल ही में बस्तर में कुछ ईसाई परिवारों ने हिंदू धर्म अपनाया है. इन लोगों ने अब कभी अपने धर्म को छोड़कर नहीं जाने की कसम भी खाई है.
CG NEWS: छत्तीसगढ़ के बस्तर में तेजी से हो रहे धर्मांतरण के बीच आदिवासी जनजाति के कुछ लोगों ने रविवार को अपने मूल धर्म में वापसी की है. बस्तर जिले के ग्राम पंचायत पारापुर में धर्मांतरित 7 परिवारों के 28 लोगों ने हिंदू धर्म अपना लिया. आदिवासी समाज प्रमुखों और गांव के पटेल, पुजारी और अन्य लोगों की उपस्थिति में पूरे रीति रिवाज के साथ ग्रामीणों ने हिंदू धर्म अपनाया. कुछ वर्ष पूर्व इन परिवारों ने ईसाई धर्म अपना लिया था. आदिवासी समाज और गांव प्रमुखों की समझाइश के बाद इन परिवारों ने वापस हिंदू धर्म अपनाया.
पारापुर ग्राम पंचायत के अलावा कुथर ग्राम पंचायत के डोगीपारा एवं बनीपारा के ग्रामीणों ने भी वापस हिंदू धर्म अपनाया है. कुल 7 परिवार के 28 लोगों की हिंदू धर्म में वापसी हुई. इस दौरान ग्रामीणों ने वापसी करते हुए आदिवासी संस्कृति को मानने का संकल्प लिया. इस मौके पर गांव के मुखिया पटेल कोटवार पुजारी नाइक पाइक सरपंच एवं ग्रामीण मौजूद थे.
इससे पहले 6 लोगों की हुई वापसी
कुछ दिन पहले लौंहडीगुड़ा ब्लॉक के पारापुर में भी 6 लोगों हिंदू धर्म में वापसी की थी. इन लोगों ने कुछ साल पहले अपने धर्म को छोड़ ईसाई धर्म को अपना लिया था. अब अपने मूल धर्म में वापसी कर ली है. गांव के ग्रामीणों ने पूरे हिन्दू रीति रिवाज और पूजा पाठ के साथ मूल धर्म में इनकी वापसी करवाई है. हिंदू धर्म में वापसी करने वाले लोगों ने संकल्प दिलाया और अपने धर्म को कभी नहीं छोड़ने की बात कही.
भाजपा इस मुद्दे पर मुखर
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले धर्मांतरण का मुद्दा तेज हो गया है. विपक्षी दल भाजपा इस मुद्दे को लेकर मुखर है और राज्य में लगातार ऐसे आदिवासी लोगों को वापस हिंदू धर्म में वापस लाने का प्रयास कर रही है. इससे पहले भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस के संरक्षण में आदिवासी अपने मूल धर्म को छोड़ ईसाई धर्म को अपना रहे हैं. भाजपा पूरी कोशिश कर रही है कि जितने भी बस्तर के मूल आदिवासी हैं, वह अपने धर्म में वापस लौटें.