Crime News: इंदौर/भोपाल: मध्य प्रदेश में बच्चों की आत्महत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. बुधवार को इंदौर और भोपाल से दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं. भोपाल में एक 9वीं कक्षा की बच्ची ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं इंदौर में एक 14 साल की बच्ची ने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. भोपाल वाले केस में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. हालांकि इंदौर वाले केस में पुलिस को एक डायरी मिली है. इसके आधार जांच की जा रही है.


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पहला मामला
दूसरा मामला इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र के मोरोद का है. यहां शासकीय कन्या छात्रावास में 16 साल की नाबालिग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बच्ची मूल रूप से धार के बाग टांडा की रहने वाली थी. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने मामले को जांच में लिया और बच्ची के परिजनों को सूचना दी.


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पुलिस जांच में जुटी
TI आरडी कानवा ने बताया कि घटना कन्या छात्रावास मेरोद की है. छात्रा यहां एकलव्य गुरूकुलम आवसीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई कर रही थी. मंगलवार रात हॉस्टल की बाथरूम में उसने फांसी लगा ली. जब रात में उसे अन्य बच्चियों ने देखा तो वार्डन अलका ठाकुर को जानकारी दी. बाद में पुलिस को मौके पर बुलाया गया.


मौके से मिली डायरी
मौके से पुलिस को एक डायरी में सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें लिखा है 'i just hate my life', भगवान मुझ उठा क्यों नहीं लेता. मुझे जिंदा रख कर क्या मिल रहा है उन्हें.' लड़की पांच साल पहले हॉस्टल में रहने आई थी. अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है.


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दूसरा मामला
दूसरा मामला राजधानी भोपाल का है. यहां के बागसेवनिया थाना क्षेत्र  में एक 9वीं क्लास की छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. फिलहाल खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. बच्ची के शव को एम्स में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. अभी रिपोर्ट आने का इंतजार हो रहा है. इसके बाद ही मामले में कोई खुलासा हो पाएगा. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है.