MP NEWS/करतार सिंह: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ग्वालियर में विशाल जनसभा को संबोधित करने जा रही हैं. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के सभी प्रमुख नेता सभा स्थल पर पहुंच गए हैं. दूसरी ओर पूर्व डाकू या पूर्व बागी मलखान सिंह भी ग्वालियर पहुंच गए हैं. वे अब कांग्रेस का दामन थामने जा रहे थे. इससे पहले मलखान सिंह अब तक भाजपा के लिए वोट मांगते आए हैं, लेकिन अब वे कांग्रेस में शामिल होंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जब मलखान सिंह से पूछा गया कि अब आप भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो क्यों रहे हैं तो इस पर उन्होंने कहा, 'मेरी कोई पार्टी नहीं है. मैं अन्याय का विरोधी हूं. क्रांतिकारी आदमी हूं. चंबल का आदमी अन्याय के खिलाफ बागी बनता है. मैंने भारतीय जनता पार्टी का प्रचार जरूर किया. उनकी नीति स्पष्ट नहीं है. उन्होंने गरीबों की जमीन छीन ली, उनसे कहो तो सुनते नहीं है. अब मैंने निर्णय किया है मैं भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं. अगर वह चाहेंगे तो मुझे लेंगे नहीं चाहेंगे तो नहीं लेंगे.'


क्या बोले मलखान सिंह
मलखान सिंह आगे कहा, 'कांग्रेस ने लोगों को बर्बाद नहीं किया, बल्कि बसाने का काम किया. इसीलिए चंबल में बागियों ने समर्पण किया था. चंबल के डाकू तो सिद्धांत वादी हुआ करते थे. अन्याय की लड़ाई लड़ने के लिए डाकू बने थे. मुख्यमंत्री और मंत्री सभी भ्रष्ट हो चुके हैं. अधिकारी भी भ्रष्ट हो चुके हैं, गरीबों की मदद नहीं हो रही है. लोगों की जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं. ये मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ. इसलिए कांग्रेस का झंडा उठा रहा हूं. मुझसे गलती हुई, मुझे भाजपा का प्रचार नहीं करना चाहिए था.


80 में नाम से ही थर्राते थे लोग
80 के दशक में चंबल घाटी में मलखान सिंह का नाम कुख्यात था. उस जमाने में इलाके के लोग मलखान सिंह के नाम से थर्राते थे. दस्यु किंग मलखान सिंह ने चंबल के बीहड़ों में 15 साल तक राज किया. डाकू मलखान सिंह ने 15 जून 1982 को मुख्यमंत्री के सामने सरेंडर कर दिया. मलखान सिंह के सरेंडर करने के बाद 6 वर्ष जेल में रहा, लेकिन 1989 में सभी मामलों में बरी करके जेल से रिहा कर दिया. इससे पहले 2014 में मलखान सिंह ने 2014 में कांग्रेस को कोसते हुए बीजेपी को जिताने की अपील की थी.