महेंद्र दुबे/दमोह: दमोह से एक बड़ी खबर सामने आई है. बता दें कि विवादास्पद गंगा जमुना स्कूल पर मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आखिरकार पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. हिजाब वाले पोस्टर से सुर्खियों में आए इस स्कूल में कई खुलासे हुए. धर्मान्तरण और इस्लामिक शिक्षा दिए जाने जैसे आरोपों के दौर से गुजर रहे स्कूल को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तल्खियत दिखाई थी. 


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जांच के बाद दर्ज हुआ मामला
आज सुबह प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया था कि, दमोह एसपी को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है. एसपी राकेश कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि जांच के दौरान कुछ बच्चियों के बयान पुलिस के सामने आए हैं, जिसके आधार पर गंगा जमना स्कूल की प्रबंध समिति पर आपराधिक मामला दर्ज हुआ है. एसपी के मुताबिक समिति पर धारा 295, 506 और ज्युबिनाइल जस्टीज के तहत मुकदमा दर्ज किया है. हालांकि एसपी ने ये नहीं बताया कि इस मुकदमे के दायरे में कितने लोग आएंगे. 


फिलहाल एसपी की माने तो अभी जांच चल रही है और उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. स्कूल प्रबंधन पर और भी कई गंभीर आरोप लगे हैं, जिस पर बोलने से एसपी ने साफ इंकार कर दिया.


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भाजपा नेताओं ने लगाया ये आरोप
शिक्षा अधिकारी पर आरोप लगाते हुए भाजपा नेताओं ने कहा है कि गंगा जमुना स्कूल प्रबंधन से मिलकर अधिकारी उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं. स्कूल में चल रही संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट मैनेज कर पहले ही दिन अधिकारी ने गलत रिपोर्ट पेश की जो सनातन धर्म का अपमान है. वहीं खुद पर स्याही फेंके जाने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी एस के मिश्रा का कहना है कि जिन लोगों ने उन पर स्याही फेंकी है. उन भाजपा नेताओं ने बीते दिनों स्कूलों में ठेका लेकर काम किया था. जिसके बिल पेंडिंग है और उनकी नाराजगी इसी बात को लेकर थी और गंगा जमना स्कूल के मामले को मुद्दा बनाकर ये हरकत की है.