जिला अस्पताल में गंदगी देख भड़के दतिया कलेक्टर, सभी के सामने किया अपशब्दों का प्रयोग...
दतिया जिला अस्पताल में आज उस समय हड़कंप मच गया जब दतिया कलेक्टर (Datia Collector) संजय कुमार अचानक जिला अस्पताल (Datia district hospital) में निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए. कलेक्टर संजय कुमार के पहुंचने की जानकारी मिलने पर तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.
मनोज गोस्वामी/दतिया: दतिया जिला अस्पताल में आज उस समय हड़कंप मच गया जब दतिया कलेक्टर (Datia Collector) संजय कुमार अचानक जिला अस्पताल (Datia district hospital) में निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए. कलेक्टर संजय कुमार के पहुंचने की जानकारी मिलने पर तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरबी कुरेले , सिविल सर्जन डॉ के सी राठौर भी मौके पर पहुंच गए. गंदगी और अव्यवस्था देख कलेक्टर ने खूब खरी-खोटी सुनाई और नौबल गाली गलौच तक की आ गई.
दरअसल दतिया कलेक्टर ने जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के साथ मरीज व अटेंडरों से बातचीत की. एक तरफ जहां जिला अस्पताल के वार्डों में गंदगी पसरी थी और गद्दे बदबूदार देखने को मिले या यहां तक की वॉश बेसिन में फालतू सामान पड़ा हुआ मिला. जिस पर कलेक्टर आग बबूला हो गए, उन्होंने अपशब्दों का प्रयोग भी किया.
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कलेक्टर का निकला गुस्सा
कलेक्टर ने जिला अस्पताल में इस अव्यवस्था और गंदगी के होने का कारण जानना चाहा तो जिला अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था. कलेक्टर ने इस दौरान गाली गलौज भी की और कहा जो चिकित्सक अस्पताल में है, उनके प्राइवेट क्लीनिक चमचम आ रहे हैं. सरकारी अस्पताल को वह अव्यवस्थित किए हुए हैं. इससे साफ है शासन के प्रतिनिधि मंशा ठीक नहीं है. वॉश बेसिन में पानी है लेकिन सफाई नहीं है. हॉस्पिटल में पलंग है लेकिन चादर नहीं है दवाएं-इंजेक्शन है लेकिन देने वाले मोबाइल में व्यस्त है या प्राइवेट क्लिनिक काम करते देखे जा सकते है.
1000 रुपये का जुर्माना
दतिया कलेक्टर ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यहां पर भयंकर लापरवाही है. अस्पताल कर्मचारियों पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाए साथ ही वेतन वृद्धि रोकी जाए. प्राइवेट ठेकेदारों का भुगतान काम का निरीक्षण करने के बाद किया जाए.