Farmers Protest Bharat Band: MSP की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसानों का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. इस बीच गुरुवार को किसानों और सरकार के बीच तीसरी मीटिंग भी हुई, जिसमें कोई नतीजा नहीं निकला. इस विरोध में पूरे देश के समर्थन के लिए आज शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने कई ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर भारत बंद की घोषणा की है. किसानों के भारत बंद आंदोलन का असर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी देखने को भी मिलेगा. इस दौरान दूध, सब्जी और फल की सप्लाई समेत कई सेवाएं प्रभावित रहेंगी. संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एकजुट होने और भारत बंद में भाग लेने का आग्रह किया है. 


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शुक्रवार को ग्रामीण भारत बंद
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक भारत बंद सुबह 6 बजे से शुरू होगा, जो शाम 4 बजे तक रहेगा. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट, प्राइवेट दफ्तर, गांव की दुकानों के साथ ही कृषि गतिविधियां और मनरेगा के तहत काम बंद रहेगा. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में इंडस्ट्रियल एक्टिविटी और सर्विस सेक्टर के संस्थान भी बंद रहेंगे. हालांकि, इस दौरान एंबुलेंस, शादी वाले वाहन, परीक्षा देने जा रहे छात्र और मेडिकल दुकानें प्रभावित नहीं होंगी. 


इन चीजों की सप्लाई हो सकती है प्रभावित
16 फरवरी को इस भारत बंद के कारण दूध, फल-सब्जी की सप्लाई प्रभावित रहेगी. इसके अलावा सब्जी मंडियों, अनाज मंडियों, सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों, ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी संस्थानों और निजी प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आह्वान किया गया है. शहरों में भी इस भारत बंद को समर्थन मिल सकता है, जिस कारण कई दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. ऐसे में आपके कई काम आज प्रभावित हो सकते हैं. हालांकि, इस दौरान एंबुलेंस, शव वाहन आदि इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित नहीं रहेंगी. इसके अलावा शादी के लिए जा रही गाड़ियां, अखबार वाली गाड़ियां, परीक्षा देने जाने वाले छात्रों को भी नहीं रोका जाएगा. 


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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का भारत बंद को समर्थन
छत्तीसगढ़ में आज किसानों के भारत बंद आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन मिलेगा. कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे और बंद के लिए लोगों से आग्रह करेंगे. 


गुरुवार को हुई किसानों और सरकार की तीसरी मीटिंग
गुरुवार को केंद्र सरकार और किसानों के बीच तीसरे दौर की मीटिंग हुई. शाम को करीब 8.30 बजे चंडीगढ़ में किसानों और केंद्रीय मंत्रियों की मीटिंग शुरू हुई, जो देर रात तक चली. इसमें 14 किसान नेता और 3 केंद्रीय मंत्री शामिल रहे. हालांकि, मीटिंग में कोई बात नहीं बनी. अब रविवार को अगली मीटिंग होगी.