जल्लाद बाप! तंत्र के चक्कर में दे दी बेटी की बलि, मौत से पहले दी ऐसी यातनाएं, जानकर रूह कांप जाएगी
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आरोपी पिता और चाचा ने मासूम धैर्या को करीब 2 घंटे तक आग के नजदीक खड़ा रखा. इससे उसके शरीर पर छाले पड़ गए. इसके बावजूद आरोपी पिता ने बेटी को छड़ी और तार से पीटा.
नई दिल्लीः बाप-बेटी का रिश्ता दुनिया के सबसे अच्छे रिश्तों में से एक होता है लेकिन एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इस रिश्ते को भी कलंकित कर दिया है. दरअसल एक बाप पर अपनी बेटी की बलि देने का आरोप लगा है. इतना ही नहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी बाप द्वारा मौत से पहले मासूम बच्ची को बुरी तरह यातनाएं भी दी गईं. फिलहाल पुलिस ने आरोपी बाप और चाचा को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच में जुटी है.
क्या है मामला
घटना गुजरात के गिर सोमनाथ जिले की है. जहां एक बिजनेसमैन पर अपनी 14 साल की बेटी धैर्या अकबरी को शारीरिक यातनाएं देकर मार डालने का गंभीर आरोप लगा है. जांच में पता चला है कि तंत्र-मंत्र के चक्कर में बच्ची के बाप भावेश अकबरी और चाचा दिलीप ने उसकी बलि दी है. बाप और चाचा को शक था कि बच्ची पर बुरी आत्मा का साया है.बुरी आत्मा से बचने के लिए ही बाप और चाचा ने मासूम को यातना देकर मार डाला.
आरोपियों ने बच्ची को जिस तरह से प्रताड़ित किया, उसे जानकर आपकी भी रूह कांप जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आरोपी पिता और चाचा ने मासूम धैर्या को करीब 2 घंटे तक आग के नजदीक खड़ा रखा. इससे उसके शरीर पर छाले पड़ गए. इसके बावजूद आरोपी पिता ने बेटी को छड़ी और तार से पीटा. साथ ही आरोपियों ने मासूम को गन्न के खेत में बिठाकर रखा और उसके बाल भी एक लकड़ी से बांध दिए ताकि वह हिल भी ना सके. बच्ची को खाना और पानी भी नहीं दिया गया.यह प्रताड़ना 3 दिनों तक जारी रही और आखिरकार 1 अक्टूबर को बच्ची ने दम तोड़ दिया.
रात के अंधेरे में किया अंतिम संस्कार
तंत्र के सहारे आरोपियों ने बच्ची को फिर से जिंदा करने की कथित कोशिश की. आखिरकार आरोपी पिता भावेश और उसके भाई दिलीप ने 8 अक्टूबर को रात करीब 3 बजे बच्ची के शव का अंतिम संस्कार किया. इस दौरान सिर्फ नजदीकी 5 रिश्तेदारों को बुलाया और उन्हें बताया कि गंभीर संक्रामक बीमारी से धैर्या की मौत हुई है. पुलिस को शक है कि आरोपियों ने तंत्र क्रिया के चलते बेटी की बलि दी. फिलहाल पुलिस उस तांत्रिक की तलाश में है, जिसके कहने पर भावेश और दिलीप ने इस दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम दिया.
अब बच्ची के एक रिश्तेदार की शिकायत पर ही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जांच में पता चला है कि धैर्या अपनी मां और पिता के साथ सूरत में रहती थी लेकिन एक साल पहले धैर्या के पिता ने उसे गिर सोमनाथ जिले के अपने पैतृक गांव धावा में उसके चाचा और दादा-दादी के पास छोड़ दिया था. बच्ची की मां को भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी. रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि पूछताछ में लड़की के चाचा ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है लेकिन पिता बार-बार अपने बयान बदल रहा है. ऐसे में पुलिस अब साइकोलॉजिस्ट की मदद लेने पर विचार कर रही है.