प्रमोद शर्मा/भोपाल: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ) के शवगृह का फ्रीजर पिछले 24 दिनों से खराब पड़ा है. प्रबंधन ने यहां शवों को रखे जाने से इन्कार कर दिया है. अब इसके चलते मरीज के परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल मरीज की मौत के बाद परिजनों को सगे-संबधियों के आने का इंतजार होता है, तो वे यहां शव रखने का आवेदन करते हैं. लेकिन प्रबंधन उन्हें भी शव देकर रवाना कर रहा है. इसके साथ ही अस्पताल में शवगृह के बोर्ड पर लिखा- चार जून से फ्रीजर खराब, नहीं रख सकते शव.


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जल्दी शव को भेजा जा रहा
वहीं एम्स में जिन मरीजों की मौत हो रही है उनके शव भी उसी दिन पोस्टमार्टम करके परिजनों को ले जाने को कहा जा रहा है. ऐसे में बाहर ले जाने या अन्य कारण से शव रखने का निवेदन करने पर भी परिजन ऐसा नहीं कर पा रहे हैं.


सेंट्रल कम्प्रेशर में खराबी 
एम्स के शवगृह में लगे फ्रीजर में 12 कम्पार्टमेंट हैं जो सिंगल कम्प्रेशर से ठंडे होते हैं. चार जून को कम्प्रेशर खराब हुआ तो एक साथ पूरी व्यवस्था ठप्प हो गयी. उमस भरी गर्मी के बीच तत्काल सुधार के बजाए प्रबंधन ने बोर्ड पर लिख दिया कि फ्रीजर खराब होने के चलते शव स्टोरेज की सुविधा नहीं है. वहीं एम्स में जिन रोगियों या घायलों की मृत्यु हो रही है उनके शव भी उसी दिन पोस्टमार्टम करके परिजनों को ले जाने को कहा जा रहा है,ऐसे में बाहर ले जाने या अन्य कारण से शव रखने का निवेदन करने पर भी स्वजनों ऐसा नहीं कर पा रहे हैं.


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रोज पहुंचते है 10 शव
बता दें कि एम्स के शवगृह में अस्पताल और आसपास के मिलाकर प्रतिदिन करीबन 10 शव पहुंचते हैं. ऐसे में स्थितियां चरमाई हुई है.