Kuno National Park: खत्म हुआ इंतजार, क्रिसमस-न्यू ईयर पर होगा चीतों का दीदार, कूनों में दिखेगा रफ्तार का जलवा
नए साल या क्रिसमस पर जाने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है. मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बुधवार को एक और मादा चीता वीरा को खुले जंगल में रफ्तार भरने के लिए छोड़ दिया गया है. कूना प्रबंधन ने चीता वीरा को नयागांव वन क्षेत्र में छोड़ा है.
Kuno National Park: नए साल या क्रिसमस पर जाने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है. मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बुधवार को एक और मादा चीता वीरा को खुले जंगल में रफ्तार भरने के लिए छोड़ दिया गया है. कूना प्रबंधन ने चीता वीरा को नयागांव वन क्षेत्र में छोड़ा है. जिसे पीपलवाड़ी जोन में घूमने आने वाले पर्यटक आसानी से देख सकेंगे. अब कूनो के खुले जंगल में कुल 3 चीता हो गए हैं, जिसमें दो नर और एक मादा चीता है. वीरा के अलावा यहां अग्नि और वायु चीता भी घूम रहे हैं.
बता दें कि 100 दिनो से ज्यादा वक्त से कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में बंद चीतों को चीता स्टेयरिंग कमेटी के सदस्यों की सहमति के बाद एक एक करके खुले जंगल में छोड़ा जाने लगा है. रविवार को नर चीते अग्नि और वायु के बाद बुधवार की देर शाम को एक मादा चीता वीरा को विशेषज्ञ की निगरानी में स्वास्थ परिक्षण के बाद खुले जंगल में रफ्तार भरने के लाए आजाद किया.
15 चीते बाड़े में कैद
कूनो नेशनल पार्क घूमने आने वाले पर्यटकों को चीतों का दीदार आसानी हो सके इसके लिए पार्क प्रबंधन चीतों को अलग अलग जोन में छोड़ रहा है. अग्नि और वायु को अहेरा जोन के खुले जंगल में तो मादा चीता वीरा को नयागांव वन क्षेत्र के पीपल बावड़ी पर्यटक जोन में छोड़ा गया है. उम्मीद जताई जा रही है की दिसंबर महीने के अंत तक बड़े में बंद चीतों को पर्यटकों के दीदार के लिए छोड़ा जा सकता है. अभी कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में एक शावक सहित 15 चीते बाड़े में कैद है.
कूनो में बनेगी देश की पहली चीता सफारी
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क विंध्याचल पर्वत के उत्तरी किनारे पर स्थित है. इसका नाम चंबल नदीं की एक सहायक नदी के नाम पर रखा गया है. वहीं अब कूनों नेशनल पार्क में देश की पहली चीता सफारी बनने भी जा रही है. गौरतलब है कि कूनो फेस्टिवल पहले से ही चल रहा है. इस पर भी जल्द ही काम किया जाएगा. क्रिसमस और न्यू ईयर पर आने वाले पर्यटक अब इन बेहतरीन चीतों का दीदार कर सकेंगे.
रिपोर्ट- अजय राठौर