ग्वालियर की खराब सड़क ने तोड़ा रूसी नागरिक का पैर! जानिए कैसे हुआ ये हादसा
प्रदेश में खराब सड़कों को लेकर जमकर सियासत हो रही है. वहीं दूसरी ओर यह बदहाल खराब सड़कें अब जानलेवा साबित होने लगी है. ताजा मामला ग्वालियर से सामने आया है. जहां खराब बदहाल सड़क ने रशिया से घूमने आए टूरिस्ट को अपना शिकार बना लिया.
प्रहलाद सेन/ग्वालियर: प्रदेश में खराब सड़कों को लेकर जमकर सियासत हो रही है. वहीं दूसरी ओर यह बदहाल खराब सड़कें अब जानलेवा साबित होने लगी है. ताजा मामला ग्वालियर से सामने आया है. जहां खराब बदहाल सड़क ने रशिया से घूमने आए टूरिस्ट को अपना शिकार बना लिया. खराब सड़क से गुजरने के चलते उसकी टांग टूट गयी, और कई घण्टो तक वह बेसुध पड़ा रहा.
दरअसल ग्वालियर की खराब सड़कों से परेशान होकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जनता के लिए संकल्प लेते हुए चप्पल जूते पहनना छोड़ दिया है. वहीं इन्हीं खराब सड़कों के चलते हिंदुस्तान के सबसे अजीज दोस्त रशिया से आया नागरिक अपनी टांग तुड़वा बैठा.
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मेहमान का टूटा पैर
भारतीय संस्कृति का दीवाना रशिया का रहने वाला सिरगई पूरी उम्र भारत में बिताने की चाहत लेकर हिंदुस्तान आया था. सिरगई दिल्ली से बाइक के जरिए घूमने के लिए ग्वालियर पहुंचा, लेकिन ग्वालियर की सीमा में दाखिल होने के साथ ही उसका खराब सड़कों से सामना हो गया. पुरानी छावनी इलाके में रात के अंधेरे में खराब सड़क के गड्ढे उसे नजर नहीं आये. यही कारण रहा कि गाड़ी फिसल गई और रशियन नागरिक सिरगई का पैर टूट गया. रात भर सड़क के किनारे वह पड़ा रहा लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली.
भारत बसने के मकसद से आया था
जब अल सुबह हुई तो कुछ पुलिस वालों ने उसे उठाकर जयारोग्य अस्पताल पहुंचाया. जहां उसके दाहिने पैर पर प्लास्टर चढ़ाया गया. रशियन नागरिक ना तो हिंदी जानता है ना ही सही ढंग से अंग्रेजी जानता है. उसने ट्रांसलेटर एप के जरिए बात करते हुए बताया कि उसके दादाजी भारतीय संस्कृति और भारतीय फिल्मों के दीवाने थे और वह अक्सर भारत आया करते थे. दादाजी के बाद उसके पिताजी और वह खुद भी भारतीय संस्कृति का कायल है. उसने तो यह तय कर लिया था कि अब वह पूरी जिंदगी भारत में ही बिताएगा. इसी मकसद से वह भारत आया था. लेकिन यहां आने के बाद उसका सामना ग्वालियर की खराब सड़क से हो गया. दुर्भाग्य से उसकी बाइक फिसली और उसके पैर की हड्डी टूट गई.
भाईयों के बीच जंग अच्छी नहीं
वहीं इस गंभीर हालात में उसने भारत की संस्कृति से प्रभावित होकर रशिया और यूक्रेन जंग को लेकर कहा कि,भारत में रहकर उसने बहुत कुछ सीखा है. इसलिए वह चाहता है कि यह जंग रुक जाए. क्योंकि दोनों देश भाई-भाई है. भाइयों के बीच जंग अच्छी बात नही हैं.
गौरतलब है कि घायल हालत मे सिरगई का जयारोग्य अस्पताल में प्राथमिक इलाज करवाया गया. इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गया. ऐसे में इस घटना के बाद जिम्मेदार शासन प्रशासन को बदहाल खराब सड़को खासकर वह स्थान जो अब जानलेवा होने लगे है, उन्हें जल्द से जल्द दुरुस्त करने की जरूरत है.