Gwalior Dabangs: ग्वालियर। सरहद पर तैनात बीएसएफ जवान ग्वालियर में दबंगों से परेशान हैं. जवान छुट्टी लेकर अपना मकान बनवाने आया है, लेकिन दबंग है कि उसे मकान नहीं बनाने दे रहे हैं. क्योंकि वह दलित है. पीड़ित जवान ने पुलिस पर दबंगों की मदद करने का गंभीर आरोप लगाया है. मामला सामने आने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सबंधित थाना को तत्काल प्रभाव से विधिसंगत कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है.


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एसपी ऑफिस पहुंचा BSP जवान
एसपी ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान बीएसएफ जवान पहुंचा. जवान का नाम मुकेश माहौर है और वह भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात है. मुकेश का मुरार थाना क्षेत्र स्थित बड़ागांव इलाके में 1500 वर्ग मीटर का प्लॉट है. वह इस पर मकान बनवाना चाहता है. इसी कारण वो छुट्टी लेकर ग्वालियर आया है, लेकिन उसे मकान बनाने से रोका जा रहा है.


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मजदूरों के साथ की गई मारपीट
बीएसएफ जवान (BSF Jawans) मुकेश ने पड़ोसी यादव परिवार पर आरोप लगाया है कि वे प्लॉट पर मजदूरों को काम नहीं करने दे रहे हैं. उसने कुछ मजदूर लगाए हैं, जिनकी पड़ोसी ने मारपीट कर दी. जब उसने मजदूरों की गलती जाननी चाही तो उनका कहना था कि वह दलित है इसलिए उसको मकान नहीं बनाने देंगे.


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पुलिस ने किया गुमराह
इतना ही नहीं जब मुकेश ने मजदूरों के साथ हुई मारपीट की शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने उसे गुमराह किया. शिकायत दर्ज कराने के बहाने पुलिस उसको थाने लेकर आई इस बीच दबंगों ने मजदूरों के साथ दोबारा मारपीट कर दी. उसने थाने में शिकायत दर्ज करानी चाहिए तो वो भी नहीं की. मजबूरन मुकेश पुलिस की जनसुनवाई में फ़रियाद लेकर पहुंचा.


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पुलिस अधिकारियों ने दिए कार्रवाई के निर्देश
बड़ागांव इलाका यादव बाहुल्य है. यहां बड़ी संख्या में यादव समाज के लोग रहते हैं. वो अपना बर्चस्व दिखाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. इससे पहले भी इलाके से कुछ इस तरह के मामले सामने आए हैं. हालांकि इस केस में जनसुनवाई में मौजूद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश दंडोतिया ने मुकेश की फरियाद सुनी और तत्काल संबंधित थाना पुलिस को निर्देशित कर विधिसंगत कार्रवाई करने के निर्देश दिए.