अजय दुबे/जबलपुर: मध्यप्रदेश के दमोह जिले का गंगा जमना स्कूल सुर्खियों में बना हुआ है.  गंगा जमना स्कूल मान्यता मामले को लेकर हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. ये सुनवाई जस्टिस विवेक अग्रवाल की खंडपीठ में हुई. दरअसल, गंगा जमना स्कूल प्रबंधन ने स्कूल की मान्यता रद्द कर दिए जाने के खिलाफ जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. सुनवाई के दौरान गंगा जमना स्कूल प्रबंधन की ओर से पैरवी कर रहे वकील ने  कहा कि, लाइब्रेरी ,प्रयोगशाला और शैक्षणिक सुविधाएं होने के बावजूद भी मान्यता रद्द की गई है.


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1 जुलाई को होगी सुनवाई
बता दें कि शिकायतकर्ता के वकील वीसी के जरिए अपना पक्ष रखने के शामिल हुए थे. लेकिन वीसी के जरिए कोर्ट ने शिकायतकर्ता का पक्ष नहीं सुना.  इस दौरान कोर्ट ने व्यक्तिगत रूप से शामिल होकर पक्ष रखने के निर्देश दिए. इस मामले को लेकर अब 1 जुलाई सुनवाई होगी. बता दें कि स्कूल प्रबंधन कमेटी ने स्कूल की मान्यता बहाली के लिए हाई कोर्ट में अपील की थी. दरअसल, जांच के बाद स्कूल की मान्यता निलंबित की गई थी. गंगा जमना स्कूल में बारह सौ के करीब छात्र छात्राएं पढ़ते हैं. दमोह स्थित गंगा जमना स्कूल हिजाब पहनाने और नमाज पढ़ाने के मामले को लेकर सुर्खियों में आया था.


स्कूल पर हुई थी बड़ी कार्रवाई
बता दें कि विवादास्पद गंगा जमना स्कूल पर मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर किया था. हिजाब वाले पोस्टर से सुर्खियों में आए इस स्कूल में कई खुलासे हुए थे. धर्मान्तरण और इस्लामिक शिक्षा दिए जाने जैसे आरोपों के दौर से गुजर रहे स्कूल को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बड़ा कदम उठाया था.


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जांच के बाद दर्ज हुआ था मामला
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री  नरोत्तम मिश्रा ने भी जांच के आदेश दिए थे. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि,दमोह एसपी को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है. एसपी राकेश कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि, जांच के दौरान कुछ बच्चियों के बयान पुलिस के सामने आए हैं, जिसके आधार पर गंगा जमना स्कूल की प्रबंध समिति पर आपराधिक मामला दर्ज हुआ है. एसपी के मुताबिक समिति पर धारा 295, 506 और ज्युबिनाइल जस्टीज के तहत मुकदमा दर्ज किया है. हालांकि एसपी ने ये नहीं बताया था कि इस मुकदमे के दायरे में कितने लोग आएंगे.