आपके नाम पर कोई और तो नहीं चला रहा सिम? 2 मिनट में ऐसे करें पता
अगर आपकी आईडी पर कोई और व्यक्ति सिम चला रहा है तो यह आपके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है. अगर उस व्यक्ति ने कोई अपराध या अनैतिक काम किया तो आपकी आईडी के चलते आप उस परेशानी में फंस सकते हैं तो आइए जानते हैं कि कैसे 2 मिनट में यह पता करें कि आपकी आईडी पर कितने सिम चल रहे हैं.
नई दिल्लीः कई बार ऐसा होता है कि आपके नाम पर कोई और भी सिम चला रहा होता है. अगर ऐसे में किसी ने आपके नाम पर जारी सिम का गलत इस्तेमाल कर लिया तो इससे आप परेशानी में आ सकते हैं. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि आप कैसे घर बैठे सिर्फ दो मिनट में यह पता कर सकते हैं कि आपकी आईडी पर कोई सिम चल रहा है या नहीं?
ऐसे करें चेक
सबसे पहले आपको सरकारी वेबसाइट tafcop.dgtelecom.gov.in पर जाना होगा. यहां दिए गए एक बॉक्स में अपना मोबाइल नंबर डालें. इस नंबर पर एक ओटीपी जाएगा, जिसे अगले बॉक्स में डालकर आपके सामने उन नंबर्स की जानकारी आ जाएगी, जो आपकी आईडी पर चल रहे हैं. अगर कोई नंबर आपका नहीं है तो आप उसे इसी वेबसाइट से रिपोर्ट भी कर सकते हैं. बता दें कि एक आईडी पर अधिकतम 9 सिम जारी किए जा सकते हैं. वहीं कुछ राज्यों जैसे असम, जम्मू कश्मीर और उत्तर पूर्वी राज्यों में एक आईडी पर अधिकतम 6 सिम ही इश्यू किए जा सकते हैं.
क्या होता है सिम
किसी भी फोन पर कॉल करने या मैसेज भेजने के लिए सिम कार्ड की जरूरत होती है. सिम कार्ड के बिना आपका फोन सेल्युलर नेटवर्क से नहीं जुड़ पाता है और आप उस पर सिर्फ इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं. सिम कार्ड में आपके कॉन्टैक्ट नंबर और अन्य जरूरी जानकारी सेव रहती है. सिम कार्ड फोन कंपनियों द्वारा मुहैया कराया जाता है. सिम कार्ड की वजह से ही आपको फोन में बार बार कॉन्टैक्ट नंबर या मैसेज सेव करने की जरूरत नहीं होती है और नए फोन में सिम कार्ड लगाते हैं तो पुराने फोन की ये चीजें अपने आप आपके नए फोन में आ जाती हैं.
आज कई तरह के सिम कार्ड इस्तेमाल किए जाते हैं. इनमें फुल सिम, मिनी सिम, माइक्रो सिम, नैनो सिम, ई-सिम कार्ड शामिल हैं. फुल सिम 1990 में विकसित हुए थे और आज के स्मार्टफोन के युग में अब इनका इस्तेमाल नहीं होता है. अब अधिकतर डिवाइस में मिनी सिम या माइक्रो सिम या फिर नैनो सिम का इस्तेमाल किया जाता है. तकनीक के बढ़ते चलन के कारण अब ई सिम का चलन बढ़ रहा है. इसमें कोई फिजिकल सिम नहीं होता है और यह आपके फोन में ही एंबेड रहती है. जब आप फोन बदलते हैं तो मोबाइल ऑपरेटर्स आपके सिम की जानकारी को आपके नए फोन में रिमोट जगह से ट्रांसफर करते हैं.