IMD Weather Forecast: भोपाल/रायपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में पिछले दिनों से तबाही मचाने वाली बारिश (Heavy Rain In MP) एक बार फिर लौट सकती है. मौसम विभाग ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है. मौसम बिगड़ने का अनुमान है कि आज से मौसम बिगड़ेगा, जो अलगे 3-4 दिन तक जारी रहेगा. इससे तापमान में भी गिरावट आएगी. ऐसा अरब सागर से लगातार नमी आने से हो रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मध्य प्रदेश का मौसम
मध्‍य प्रदेश में बादलों के कारण दिन का तापमान लुढ़क रहा है. आज प्रदेश के कई हिस्सों में बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं. अभी राज्य में अलग-अलग स्थानों पर दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं. अरब सागर से लगातार नमी आने के कारण बादल छाए हुए हैं. इस कारण अगले कुछ दिनों में बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी की संभावना जताई है.


ये भी पढ़ें: उज्जैन में बोले प्रदीप मिश्रा- न पर्चे लिखता, न भविष्यवाणी करता; जानें 5 बड़ी बातें


राजधानी भोपाल के तापमान की बात करें तो इसमें  2.8 डिग्री की गिरावट हुई और पारा 33.9 डिग्री पर पहुंच गया. कुछ ऐसा ही हाल ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में रहा. जहां का तापमान 2 से 3 डिग्री तक कम दर्ज किया गया.


छत्तीसगढ़ का मौसम
छत्तीसगढ़ में मौसम में बदलाव का दौर जारी है. आज प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है. वहीं कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ छींटे पड़ने का आशंका है. एक-दो स्थानों पर वज्रपात होने और अंधड़ चलने की बात भी कही जा रही है.


Matka Water: मटके का पानी पहुंचा सकता है नुकसान, ध्यान में रखें ये 4 बातें


पिछले 24 घंटे के तापमान की बात करें तो सबसे ज्यादा मुंगेली जिले में 39.4 डिग्री और सबसे कम तापमान जशपुर जिले में 17.9 डिग्री दर्ज किया गया. इसके अलावा राजधानी रायपुर का अधिकतम 37.1 तापमान डिग्री रहा. बिलासपुर में 38, पेंड्रारोड में 35.5, अंबिकापुर में 34.9, जगदलपुर में 34.1, दुर्ग में 35.9 और राजनांदगांव में 36.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.


किसान बेहाल, बीमारियों का खतरा बढ़ा
बेमौसन हो रही बारिश और ओलावृष्टि में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. रबी की फसलें ओले की चपेट में आने से पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. बची फसल किसान काटकर मंडी ले जाने की तैयारी में है ऐसे में बारिश की संभावना एक बार फिर किसानों चेहरे पर चिंता की लकीर खीच रही है. वहीं बार-बार बदल रहे मौसम से बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.