Indore Bawdi Accident: इंदौर बावड़ी हादसे के बाद अलर्ट मोड पर नगर निगम! मोबाइल एप्लिकेशन के द्वारा तलाशे जाएंगे कुएं
Indore Bawdi Accident: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बीते दिन हुए बावड़ी हादसे के बाद नगर निगम अलर्ट मोड पर है. इसे लेकर के नगर निगम (Indore Municipal Corporation) द्वारा एक एप्लिकेशन बनाया गया है जिसके द्वारा बांवड़ी और कुएं की सर्चिंग की जाएगी.
Indore News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर में रामनवमी के अवसर पर बावड़ी धंसने की वजह से भीषण हादसा हुआ था. जिसकी वजह से कई लोगों की जान चली गई थी. जिसको लेकर नगर निगम पूरी तरह सतर्क हो गया है और अब मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए कुएं बावड़ी की लोकेशन देखी जाएगी और बावड़ी पर हुए कब्जे को हटाया जाएगा.
एप्लिकेशन से पता चलेगी लोकेशन
इंदौर नगर निगम ने जिस एप्लिकेशन का इस्तेमाल करेगा. उसके द्वारा स्कूलों सार्वजनिक स्थानों धार्मिक स्थानों जहां पर भी बावड़ी कुआं है उसका पता लगाया जाएगा. इसके बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी. ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि भविष्य में दोबारा ऐसी घटना न हो.
निगमायुक्त ने बताया
बावड़ी और कुएं को लेकर निगमायुक्त ने बताया कि हमारे सामने 3 कैटेगरी है, एक जो अतिक्रमण मुक्त है पर उसे सुरक्षित करना है. दूसरा यह कि किसी न किसी धर्म से जुड़ा मुद्दा है जो सभी समुदाय के लोगों से बातचीत करके करना पड़ेगा क्योंकि कई जगहों पर मूर्ति रखी गई है. जबकि तीसरी कैटेगरी को लेकर कहा कि कुछ स्कूल है कम्युनिटी बिल्डिंग है जहां पर कुआं और बिल्डिंग है उसे हटाया जाएगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारे पास सही लोकेशन और उसका वर्क प्लान बनाने में दिक्कत आ रही थी. इसलिए हमने मोबाइल एप्लीकेशन बनाया जिसमें एक सप्ताह का समय लग गया अब मोबाइल एप्लिकेशन है उस पर दिख जाएगा कि कहां- कहां कुएं और बावड़ी है.
हुआ था भीषण हादसा
इंदौर में रामनवमी के अवसर पर एक भीषण हादसा हुआ था. जिसकी वजह से 36 लोगों की जान चली गई थी. इस घटना ने पूरे प्रदेश और देश को झंकझोर दिया था. इसके बाद बलेश्वर महादेव मंदिर को भी ध्वस्त कर दिया गया था. घटना के बाद सीएम शिवराज ने कुएं और बावड़ी को लेकर कई निर्देश दिए थे.
उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा था कि जितने भी बावड़ी और कुएं हैं उन्हें चिन्हिंत किया जाए. जिन बावड़ियों को बिना भरे कवर कर दिया गया है उसे खुलवा कर भरवाया जाए. इसके अलावा कहा था कि ऐसे स्थानों के चारों ओर बाउंड्रीवाल, फेंसिंग या मुंडेर बनवाई जाए.