सुशील कुमार बक्सर/जशपुर: जशपुर जिले के बगीचा में एक झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा गलत इंजेक्शन लगाए जाने की वजह से 18 वर्षीय कॉलेज छात्रा पूर्णिमा यादव की मौत होने का आरोप परिजनों ने लगाया है. मामले में परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर राजखूंटे के गलत इंजेक्शन लगाए जाने से उनकी बेटी की जान चली गई है. अब वे इस मामले में झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. 


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दरअसल बुधवार की दोपहर सुलेसा गांव निवासी ललित यादव अपनी बेटी के साथ बगीचा स्थित बैंक आये. जहां उन्हें बैंक संबंधी काम कराना था. बैंक से वापस घर लौटने के दौरान मृतिका पूर्णिमा यादव ने अपने पिता से तबियत खराब होने की बात कही जिसके बाद ललित यादव ने मृतिका को उपचार के लिए झोलाछाप डॉक्टर राज खूंटे के क्लिनिक लेकर गया. 


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गलत इंजेक्शन लगाया
झोलाछाप डॉक्टर ने पिता ललित को बताया कि बेटी की शरीर मे कमजोरी है. इंजेक्शन लगाने से ठीक हो जाएगी. इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर राजखुंटे ने मृतिका पूर्णिमा यादव को इंजेक्शन लगाया. जिसके तुरंत बाद वह बेहोश हो गयी. आनन फानन में डॉक्टर ने गाड़ी व्यवस्था किया और मृतिका के पिता को 5 हजार रुपये देते हुए कहा कि इसे लेकर अम्बिकापुर के मिशन अस्पताल लेकर जाओ. जहां अम्बिकापुर मिशन अस्पताल लेकर जाते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. 


झोलाछाप डॉक्टर फरार
अपनी जवान बेटी की मौत से परिजनों का जहां रो रोकर बुरा हाल हो चुका है. वहीं झोलाछाप डॉक्टर को घटना की जानकारी मिलते ही अपना मोबाइल बन्द कर क्लिनिक से फरार हो चुका है. फिलहाल इस मामले को लेकर मृतिका के परिजनों ने अम्बिकापुर पुलिस के समक्ष बयान देकर आरोपी झोलाछाप डॉक्टर राजखुंटे के खिलाफ अपराध दर्ज करा दिया है.