Adivasi Adhikar Yatra: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले जयस (JAYS) बीजेपी और कांग्रेस (MP BJP Congress) की टेंशन बढ़ाने में लगा है. संगठन के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा (Heeralal Alawa) के निर्देश में सभा आदिवासी जिलों में आदिवासी अधिकार यात्रा (Adiwasi Adhikar Yatra) निकाली जा रही है. इसमें प्रदेश में आदिवासियों के मांगों को बुलंद किया जा रहा है. संभावना है कि इस यात्रा का असर चुनावों में नजर आए.


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संवैधानिक अधिकार और विकास के लिए यात्रा
पिछले कुछ दिनों से आदिवासी अधिकार यात्रा जारी है. इसमें प्रदेश के अलग-अलग अंचलों खासतौर से आदिवासी जिलों को शामिल किया या है. आज बड़वानी में अधिकार यात्रा की शुरुआत की गई. इसमें यहां की स्थानीय मांगो को के साथ आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार, आदिवासियों के विकास को लेकर आवाज बुलंद की जाएगी और अपने ताकत को दिखाने की कोशिश करेगी.


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बड़वानी से शुरू हो रही यात्रा
आज शुरू हुई यात्रा बड़वानी जिले के पलसूद विधानसभा के ग्राम बिलवानी से प्रारंभ होकर अलग-अलग आदिवासी क्षेत्रों में पहुंचेगी. यात्रा जहां-जहां से गुजरेगी इसमें वहां के स्थानीय लोग शामिल होते जाएंगे. पहले हुई यात्रा में काफी भीड़ दिखें को मिली थी. संभावना जताई जा रही है कि इसमें भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे. इसी कारण भाजपा और कांग्रेस की चिंता बढ़ती हुई नजर आ रही है.


क्यों बढ़ रही है टेंशन
जयस ने मध्य प्रदेश की 80 विधानसभा सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारने का फैसला किया है. इस संबंध में पहले ही ऐलान कर चुके हैं. इससे बीजेपी और कांग्रेस दोनों को झटका लगा है. क्योंकि अगर उने अपने कंडीटेड मैदान में उतारे तो कांग्रेस ही नहीं भाजपा का भी तगड़ा नुकसान हो सकता है. क्योंकि 2028 में कांग्रेस 47 आदिवासी सीटों में से 30 विधायक लेकर आई थी. अब बीजेपी इन सीटों पर आना चाहती है, लेकिन जयस की एंट्री से समस्या बढ़ सकती है.