प्रिया पांडे/भोपाल: मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासी संगठन JAYS अपनी गतिविधियों से राज्य की राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा रहा है. जयस का सर्व समाज सम्मेलन राजधानी भोपाल में शुरू हो गया है. इस सम्मेलन में राजधानी में 10 से अधिक राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रमुख एकत्रित हुए हैं. बता दें कि सम्मेलन में समता समाधान पार्टी, ओबीसी महासभा, मुस्लिम वर्ग के संगठनों समेत ओबीसी वर्ग के कई संगठनों के प्रमुख और प्रदेश के कई पूर्व विधायक व सांसद शामिल हुए.


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गौरतलब है कि 2023 से पहले जयस का यह सम्मेलन राज्य का सियासी पारा बढ़ा सकता है. बता दें कि जयस 2023 का विधानसभा चुनाव में इंडिपेंडेंट चुनाव लड़ने दावा पहले ठोक चुका है. जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. हीरालाल अलावा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि हम पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि प्रदेश के 80 विधानसभा सीटों पर हम स्वतंत्र चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं और इसके लिए हम ग्राउंड तैयार कर रहे हैं.



भाजपा ने भक्ति प्रदर्शन बताया
बता दें कि जहां एक ओर राजनीतिक जानकार इसे जयस का शक्ति प्रदर्शन बता रहे हैं तो वहीं भाजपा इसे भक्ति प्रदर्शन बता रही है.भाजपा का कहना है कि यह शक्ति नहीं भक्ति प्रदर्शन है. चुनाव से पहले इस तरह के गुट सक्रिय हो जाते हैं, शक्ति प्रदर्शन करते हैं, लेकिन बाद में एक तरह की विचारधारा को समर्थन करते हैं.इसलिए वे पहले अपनी विचारधारा को स्पष्ट करें.


कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
दूसरी ओर इस सम्मेलन को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है.कांग्रेस पार्टी का कहना है बीजेपी सरकार द्वारा आदिवासियों के अधिकारों के हनन की वजह से सम्मेलन किया जा रहा है.कांग्रेस कह रही है कि राज्य सरकार ने लगातार आदिवासियों के अधिकारों का हनन किया है. इसलिए वो आज मिलकर सम्मेलन कर रहे हैं.