Chhindwara Lok Sabha Seat: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ जिले के चौरई में आयोजित एक सभा में भावुक नजर आए. उन्होंने इस दौरान अपने विदा होने की बात तक कह डाली. उन्होंने कहा कि अगर आप लोग मुझे विदा करना चाहते हैं तो यह आपकी मर्जी है, क्योंकि मैं विदा होने के लिए तैयार हूं. कमलनाथ के इस भावुक मैसेज की चर्चा प्रदेश के सियासी गलियारों में भी शुरू हो गई है. क्योंकि एक तरफ उन्होंने अपने विदा होने की बात कही तो दूसरी तरफ एक बार फिर उन्होंने नकुलनाथ के ही चुनाव लड़ने की बात भी कह दी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'मैं अपने आप को थोपना नहीं चाहता' 


दरअसल, जब से कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलें शुरू हुई थी, उसके बाद से ही कमलनाथ पर फिलहाल सबकी नजरे हैं. ऐसे में बुधवार को जब छिंदवाड़ा जिले के चौरई विधानसभा क्षेत्र के चांद में ब्लॉक आयोजित एक सभा में पहुंचे तो वह यहां भावुक हो गए.  पूर्व सीएम ने कहा 'छिंदवाड़ा ने मुझे इतने सालों तक बहुत प्यार और विश्वास दिया है, लेकिन अगर आप सब कमलनाथ को विदा करना चाहते हैं तो मैं तैयार हूं. क्योंकि मैं अपने आप को किसी पर थोपना नहीं चाहता हूं, ये सब तो आप लोगों के मन-मंशा की बात है.'


बीजेपी के प्रचार पर साधा निशाना


कमलनाथ ने एक तरफ भावुक मैसेज दिया तो दूसरी तरफ लगे हाथ बीजेपी पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में बीजेपी मजबूती से आक्रमक प्रचार कर रही है, लेकिन इससे डरना नहीं है, क्योंकि यही इनका दिखावा होता है. इसलिए किसी का इंतजार आप सभी को नहीं करना है, केवल छह हफ्ते की बात हैं आपको खुद यह तय करना है कि आपका फैसला क्या होगा.' बता दें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी छिंदवाड़ा में प्रचार तेज कर चुकी है. बीजेपी अब तक कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं को भाजपा में शामिल करा चुकी है. जबकि खुद सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा छिंदवाड़ा पर फोकस कर रहे हैं. इसके अलावा मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को छिंदवाड़ा सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो मैनेजमेंट में माहिर माने जाते हैं. यही वजह है कि छिंदवाड़ा में इस बार बीजेपी एक्टिव नजर आ रही है.


कमलनाथ ने बीजेपी में जाने का किया खंडन 


खास बात यह है कि कमलनाथ ने एक बार फिर से बीजेपी में जाने की बातों का खंडन किया. उन्होंने कहा मैंने कभी भी यह नहीं कहा 'मैं बीजेपी ने शामिल होने जा रहूं, क्या मैं पागल हो गया हूं जो बीजेपी में जाऊंगा.' बता दें कि कमलनाथ 17 फरवरी को जब अचानक से अपने बेटे नकुलनाथ के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुए थे तो इस बात की चर्चा शुरू हो गई थी कि वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. खास बात यह भी है कि उस वक्त कमलनाथ ने खुलकर बीजेपी में जाने की खबरों का खंडन नहीं किया था, जिससे यह मामला और चर्चा में आ गया था. लेकिन 19 फरवरी तक अचानक से इन सभी खबरों पर विराम लग गया था. 


नकुलनाथ ही लड़ेंगे चुनाव 


कमलनाथ ने एक बार फिर यह भी साफ कर दिया कि छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद नकुलनाथ ही कांग्रेस की तरफ से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले भी उन्होंने नकुलनाथ के ही चुनाव लड़ने की बात कही थी. जबकि नकुलनाथ खुद भी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से अपने नाम का ऐलान कर चुके हैं. पहले इस बात की चर्चा चली थी कि कांग्रेस इस बार कमलनाथ को ही छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है. लेकिन कमलनाथ ने इस बात का भी एक तरह से खंडन किया है. 


क्या है भावुक मैसेज की रणनीति 


दरअसल, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कमलनाथ मजे हुए राजनेता हैं, सियासत में उनका 40 सालों से भी ज्यादा का अनुभव रहा है. ऐसे में उन्होंने छिंदवाड़ा में भावुक मैसेज देकर बड़ी रणनीति अपनाई है. कमलनाथ ने जनता से यह कहा कि वह विदा होने के लिए तैयार हैं, लेकिन अगर आप लोग उन्हें विदा करना चाहते है तो. इसके अलावा उन्होंने बीजेपी के आक्रमक प्रचार की काट भावुक मैसेज के तौर पर भी निकाली है. कमलनाथ जनता को यह मैसेज देना चाहते हैं कि बीजेपी आक्रमक रणनीति के साथ चुनाव जीतना चाहती है. माना जा रहा है कि इस बार भी कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव में पूरी तरह से एक्टिव रहेंगे. ऐसे में उनके बयान इस वक्त सियासत में अहम बने हुए हैं. 


ये भी पढ़ेंः 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में कांग्रेस का नया प्लान, MP में राहुल गांधी करेंगे 'खाट पंचायत'