सरपंच बनते ही मांग ली 4 लाख रुपये की रिश्वत, जबलपुर लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा
जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने ढीमरखेड़ा तहसील के खाम्हा ग्राम पंचायत के सरपंच को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है.
नितिन चावरे/कटनी: जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने जिले के ढीमरखेड़ा तहसील के ग्राम खामहा में नवनिर्वाचित ग्राम सरपंच को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. सरपंच ने गांव में ही रहने वाले एक व्यक्ति से चार लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी, जिसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई और फिर जैसे ही रिश्वत की पहली किश्त सरपंच ने ली, तभी लोकायुक्त ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
HULK बनने के चक्कर में किया ऐसा काम, हो गई मौत, देखिए शॉकिंग Photos
लगातार मांग रहा था रिश्वत
बताया जाता है कि आलोक कुमार पिता श्रवण कुमार 40 वर्ष जो मूलत: प्रयागराज यूपी का निवासी है. उसकी 8 एकड़ कृषि भूमि कटनी जिले के ढीमरखेड़ा के ग्राम खामहा में है. वह लगातार इस कृषि भूमि पर सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए पंचायत में संपर्क करता रहा, लेकिन सरपंच सुशील कुमार पाल प्रति एकड़ के हिसाब से रिश्वत मांग रहा था.
50 हजार रुपए प्रति एकड़ से मांगी घूस
सरपंच सुशील कुमार पाल प्रति एकड़ 50 हजार रुपए के हिसाब से 4 लाख रुपए की मांग कर रहा था. जिसकी शिकायत आलोक कुमार ने योजनाबद्ध तरीके से लोकायुक्त जबलपुर से की, जिसके बाद सरपंच को रिश्वत लेते पकड़ने की योजना बनाई गई.
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा
जिसकी शिकायत एसपी लोकायुक्त जबलपुर संजय साहू से सुशील कुमार पाल द्वारा की गई. एसपी लोकायुक्त संजय साहू के निर्देश पर जबलपुर से उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवड़े, निरीक्षक मंजू किरण तिर्की, निरीक्षक कमल सिंह उईके निरीक्षक नरेश बेहरा व अन्य टीम के सदस्यों ने पूरी तैयारी के साथ ढीमरखेड़ा के ग्राम खामहा पहुंची. वहां जैसे ही आलोक कुमार ने सरपंच सुशील कुमार पाल को 1 लाख रुपए की रिश्वत दी, वैसे ही टीम ने सरपंच को धरदबोचा. लोकायुक्त पुलिस की इस कार्रवाई से हड़कम्प की स्थिति बन गई थी.