MP Chunav 2023: क्या कटनी में इस बार होगा बदलाव! BJP को लग सकता है बड़ा झटका, समझें जिले की सभी सीटों का समीकरण
Assembly Election 2023 Katni District Analysis: मध्य प्रदेश के कटनी जिले में पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चार में से तीन सीटों पर जीत हासिल की थी. शहरी इलाकों में जहां बीजेपी का गढ़ है, वहीं कांग्रेस ने भी ग्रामीण इलाकों में सीटें हासिल की हैं तो चलिए जिले के चुनावी समीकरण पर नजर डालते हैं...
Assembly Election 2023 Katni District Analysis: मध्य प्रदेश (MP News) के कटनी जिले (Katni News) की बात करें तो पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिले की 4 सीटों में से तीन में विजय हासिल की थी. हालांकि, जिले में बीजेपी पिछले कई चुनावों में शहरी क्षेत्र में मजबूत रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस ने हर विधानसभा चुनाव में कोई ना कोई सीट जरूर लेकर आई है तो आइए समझते हैं जिले की सभी सीटों का समीकरण...
MP कटनी जिले की वर्तमान स्थिति
बड़वारा विधानसभा सीट (एसटी)
वर्तमान विधायक का नाम: विजय राघवेंद्र सिंह (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
विजयराघवगढ़ विधानसभा सीट
वर्तमान विधायक का नाम:संजय सत्येंद्र पाठक (भारतीय जनता पार्टी)
मुड़वारा विधानसभा सीट
वर्तमान विधायक का नाम:संदीप जायसवाल (भारतीय जनता पार्टी)
बहोरीबंद विधानसभा सीट
वर्तमान विधायक का नाम: प्रणय प्रभात पाण्डेय (भारतीय जनता पार्टी)
कटनी जिले के 2018 चुनाव वोट शेयर
कटनी जिले की सीटों के मतदाताओं की संख्या
एमपी विधानसभा चुनाव 2018
बड़वारा विधानसभा सीट
विजेता: विजयराघवेंद्र सिंह (बसंत सिंह) (आईएनसी) - 84,236 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: मोती कश्यप (भाजपा) - 62,876 वोट
वोटों में अंतर: 21,360
विजयराघवगढ़ विधानसभा सीट
विजेता : संजय सत्येंद्र पाठक (भाजपा) - 79,939 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: पद्मा शुक्ला (कांग्रेस) - 66,201 वोट
वोटों में अंतर: 13,738
मुड़वारा विधानसभा सीट
विजेता: संदीप श्री प्रसाद जायसवाल (भाजपा) - 79,553 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: मिथलेश जैन एडवोकेट (आईएनसी) - 63,473 वोट
वोटों में अंतर: 16,080
बहोरीबंद विधानसभा सीट
विजेता: प्रणय प्रभात पांडे (गुड्डू भैया) (भाजपा) - 89,041 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: कुंवर सौरभ सिंह (कांग्रेस) - 72,606 वोट
वोटों में अंतर: 16,435
एमपी विधानसभा चुनाव 2013
बड़वारा विधानसभा सीट
विजेता : मोती कश्यप (भाजपा) - 62,292 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: विजय राघवेंद्र सिंह (कांग्रेस) - 59,005 वोट
वोटों में अंतर: 3,287
विजयराघवगढ़ विधानसभा सीट
विजेता: संजय पाठक (कांग्रेस) - 60,719 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: पद्मा शुक्ला (भाजपा) - 59,790 वोट
वोटों में अंतर : 929
मुड़वारा विधानसभा सीट
विजेता: संदीप श्रीप्रसाद जायसवाल (भाजपा) - 87,396 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: फिरोज अहमद (कांग्रेस) - 40,258 वोट
वोटों में अंतर: 47,138
बहोरीबंद विधानसभा सीट
विजेता : प्रभात पांडेय (भाजपा) - 54,504 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: डॉ. निशिथ पटेल (कांग्रेस) - 33,586 वोट
वोटों में अंतर: 20,918
एमपी विधानसभा चुनाव 2008
बड़वारा विधानसभा सीट
विजेता : मोती कश्यप (भाजपा) - 44,440 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: गीता भगत कोल (कांग्रेस) - 19,476 वोट
वोटों में अंतर: 24,964
विजयराघवगढ़ विधानसभा सीट
विजेता: संजय पाठक (कांग्रेस) - 53,124 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: ध्रुव प्रताप सिंह (दीपक भैया) (भाजपा) - 30,323 वोट
वोटों में अंतर: 22,801
मुड़वारा विधानसभा सीट
विजेता : गिरिराज किशोर (राजू) पोद्दार (भाजपा) - 51,604 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: प्रियदर्शन गौर (कांग्रेस) - 21,538 वोट
वोटों में अंतर: 30,066
बहोरीबंद विधानसभा सीट
विजेता: डॉ. निशिथ पटेल (कांग्रेस) - 25,822 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: शंकर लाल "शंकर महतो" (BJSH) - 24,148 वोट
वोटों में अंतर: 1,674
एमपी विधानसभा चुनाव 2003
बहोरीबंद विधानसभा सीट
विजेता: निशिथ पटेल (कांग्रेस) - 35,436 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: प्रभात पांडे (बड़े बब्बू) (भाजपा) - 35,034 वोट
जीत में अंतर: 402
मुड़वारा विधानसभा सीट
विजेता- अलका जैन (भाजपा)- 44,220 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: डॉ अवधेश प्रताप सिंह (कांग्रेस) - 32,770 वोट
जीत में अंतर: 11,450
बड़वारा विधानसभा सीट
विजेता: सरोज बच्चन नायक (जद (यू)) - 30,259 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: सुभाष पटेल (भाजपा) - 24,711 वोट
जीत में अंतर: 5,548
विजयराघवगढ़ विधानसभा सीट
विजेता : ध्रुव प्रताप सिंह (दीपक भैया) (भाजपा) - 46,782 वोट
मुख्य प्रतिद्वंदी: सत्येंद्र पाठक (कांग्रेस) - 33,421 वोट
जीत में अंतर: 13,361
आपको बता दें कि कटनी में हाल ही में संपन्न हुए मेयर के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हार मिली थी. साथ ही मेडिकल कॉलेज को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कोर वोटर्स की नाराजगी भी सामने आई है. इसलिए कहीं न कहीं पहले की तरह बीजेपी के लिए राह आसान नहीं होगी और कांग्रेस यहां वापसी कर सकती है.