खंडवाः मध्य प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के नेता पूरी ताकत लगाते नजर आ रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह भी अब खंडवा में मोर्चा संभाल लिया है. कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे जयवर्धन सिंह ने शिवराज सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. 


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तीन गुटों में बट गई बीजेपी 
खंडवा लोकसभा उपचुनाव की सरगर्मी के बीच दिग्गजों के दौरे जारी हैं. कमलनाथ सरकार के पूर्व मंत्री और दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह ने खंडवा में कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर राज नारायण सिंह के पक्ष में प्रचार किया. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ''कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के तीन गुट हो गए हैं. उन्होंने भाजपा के गुटों का नाम बताते हुए कहा कि एक गुट सीएम शिवराज का है, दूसरा गुट महाराज का है, जबकि तीसरा गुट नाराज भाजपा का है. लेकिन कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट होकर यह चुनाव लड़ रही है. '' 


किसानों की लागत दोगुनी हो गई है
जयवर्धन सिंह ने सुलगांव में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ''भारतीय जनता पार्टी के राज में किसानों की आय दोगुनी होने के बजाय आधी हो गई, जबकि लागत दोगुनी हो गई. उन्होंने कहा कि 10 साल पहले केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार के समय सोयाबीन के जो भाव थे. वही भाव आज भी किसानों को मिल रहे हैं. जबकि इन 10 सालों में लागत दोगुनी हो गई. जयवर्धन सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के हित में कुछ नहीं रही है.''


हमारे साथ जनता है 
जयवर्धन सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भले ही भाजपा के पास सत्ता और संगठन हो. लेकिन हमारे पास जनता है. जनता का साथ जिसके साथ होता है जीत उसी की होती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता खंडवा उपचुनाव लड़ रहा है. बता दें कि कांग्रेस उपचुनाव में पूरी ताकत लगा रही है. जयवर्धन सिंह ने मांधाता विधानसभा क्षेत्र के 10 गांव में चुनावी जनसंपर्क किया. उन्होंने लगभग सभी जगह बेरोजगारी और किसान के मुद्दे को उठाया और भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार को घेरा. 


बता दें कि खंडवा लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें खंडवा, बुरहानपुर, नेपानगर, पंधाना, मांधाता, बड़वाह, भीकनगांव और बागली शामिल हैं. फिलहाल इन 8 विधानसभा सीटों में से तीन पर बीजेपी, चार पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने कब्जा जमाया है. ऐसे में कांग्रेस एक-एक विधानसभा सीट पर युवा नेताओं को जरिए भी प्रचार करवा रही है. ताकि युवा वोटरों का फायदा उठाया जा सके.  


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