MP के इस PG कॉलेज में क्यों नहीं हो रही परीक्षाएं, छावनी में तब्दील हो चुकी है यूनिवर्सिटी
MP News: खरगोन जिले के टंट्या भील विश्वविद्यालय में फिलहाल छात्र कन्फ्यूज नजर आ रहे हैं. छात्रों को एग्जाम की समस्या दिख रही है. क्योंकि 1 अप्रैल से नया सत्र शुरू होने वाला है, लेकिन अभ तक एग्जाम की स्थिति क्लीयर नहीं हुई है.
Khargone PG College: खरगोन के पीजी कॉलेज को अब टंट्या भील यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाएगा. क्योंकि इस कॉलेज को अब विश्वविद्यालय का दर्जा मिल गया है. लेकिन फिलहाल यहां के छात्र परेशान नजर आ रहे हैं. क्योंकि 1 अप्रैल से नया सत्र शुरू हो रहा है और 1 मई से नए सत्र के एडमिशन भी शुरू हो जाएंगे. लेकिन यूनिवर्सिटी में पहले से मौजूद छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. क्योंकि कॉलेज में फिलहाल लोकसभा चुनाव के लिए EVM मशीनें रखी गई हैं, जिससे कॉलेज को छावनी में तब्दील कर दिया गया और यहां पुलिस भी तैनात है.
कमरों में रखी हैं EVM मशीनें
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कॉलेज के कमरों में EVM मशीनें रखी गई हैं. सुरक्षा के चलते कॉलेज के आधे से ज्यादा कमरों में आने जाने पर रोक लगा दी गई है. जिससे छात्रों की परीक्षाएं कराना, नए छात्रों को प्रवेश देना और पुराने छात्रों की पढ़ाई को जारी रखना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में स्टूडेंट्स में एग्जाम को लेकर भी डर सता रहा है. क्योंकि फर्स्ट और सेकंड ईयर की परीक्षाएं होनी हैं, लेकिन परीक्षाओं को लेकर कॉलेज प्रबंधन की तरफ से कोई जानकारी अभ तक सामने नहीं आई है.
प्रशासन ने दिया आश्वासन
प्रशासन का कहना है कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की तरफ से जो टाइम टेबल जारी किया है, उसके अनुसार, ग्रेजुएशन फाइनल ईयर के सभी विषयों की परीक्षाएं यहां बिना रुकावट के पूरी होंगी. फर्स्ट एवं सेकंड ईयर की परीक्षाएं 15 जून के बाद होगी. क्योंकि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने जो टाइम टेबल जारी किया है, उसके अनुसार परीक्षाएं 15 मई तक चलेंगी, बड़ी परीक्षाएं 10 अप्रैल तक और छोटी इसके बाद निरंतर चलती रहेंगी.
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कॉलेज में बनाई जाएगी वैक्लिपक स्थिति
वहीं कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि एग्जाम के लिए वैक्लिपक स्थिति बनाई जाएगी. परिक्षाएं विज्ञान भवन और वाणिज्य भवन के 15 कमरों में करवाई जाएगी. जबकि 1 जून से शुरू हो रहे नए सत्र के एडमिशन की प्रक्रिया भी इन्हीं कमरों में करवाई जाएगी. क्योंकि इन कमरों में 1000 छात्रों को बैठाने की व्यवस्था है. एक पाली में 500 छात्र शामिल होंगे, जिससे परीक्षाएं और एडमिशन दोनों की प्रक्रिया आसानी करवाई जाएगी.
हालांकि भले ही यूनिवर्सिटी में 1 मई से नए सत्र के एडमिशन प्रारंभ होंगे, लेकिन फिलहाल कॉलेज में छात्र केवल प्रवेश ले सकेंगे, क्योंकि लोकसभा चुनाव की वजह से यूनिवर्सिटी में नए कोर्स का संचालन अभी नहीं होगा. नए कोर्स जून के महीने में ही शुरू हो सकते हैं. यहीं वजह है कि कॉलेज प्रबंधन भले ही परीक्षा की बात कह रहा है, लेकिन छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
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