नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का बागेश्वर धाम पर बड़ा बयान, बीजेपी बोली- सनातन धर्म से कांग्रेस को तकलीफ
बीते दिनों भिंड के दंदरौआ धाम में बागेश्वर महंत और कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमान कथा का आयोजन हुआ था. इस भव्य कार्यक्रम में प्रतिदिन लाखों लोगों ने दंदरौआ धाम पहुंच कर कथा श्रवण का भी लाभ लिया.
प्रदीप शर्मा/भिंड: बीते दिनों भिंड के दंदरौआ धाम में बागेश्वर महंत और कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमान कथा का आयोजन हुआ था. इस भव्य कार्यक्रम में प्रतिदिन लाखों लोगों ने दंदरौआ धाम पहुंच कर कथा श्रवण का भी लाभ लिया. इस पूरे कार्यक्रम के दौरान कई मंत्री और बीजेपी नेताओं का जमावड़ा भी देखने को मिला. हालांकि पूरे आयोजन के दौरान लहार से विधायक और मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह शामिल नहीं हुए थे. इसे लेकर अब उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी है.
दरअसल मीडिया से चर्चा के दौरान दंदरौआ में बागेश्वर सरकार की हनुमान कथा के संबंध में चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि दंदरौआ धाम महंत रामदास महाराज ने उन्हें कथा श्रवण के लिया बुलाया था, लेकिन वे इस लिए नहीं गए कि जिस कथा में अपना पाप ढंकने के लिए बीजेपी के नेता ने आयोजन कराया था. उस पर धार के कारम डैम के घटिया निर्माण का आरोप लगा था.
पापी का पैसा धार्मिक आयोजन में लगा
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि इस पूरे भ्रष्टाचार में आरोपी बीजेपी का लबादा ओढ़कर, मंत्रियों से गठ जोड़ कर, उनसे व्यापार में भागीदारी कर और संत महात्माओं की आड़ लेकर इस तरह कृत्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि इन्हीं कारणों की वजह सेप कथा में नहीं गए थे. जहां ऐसे पापी का पैसा धार्मिक आयोजन में लगा तो कार्यक्रम के दौरान घटना दुर्घटनाएं हुईं एक महिला की जान चली गई. सड़क दुर्घना में लोग घायल होते दिखे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष का इशारा कार्यक्रम के आयोजक और कारम डैम की निर्माण कंपनी सारथी कंस्ट्रक्शंस एंड ग्रुप के डायरेक्टर अशोक भारद्वाज की ओर था.
सनातन कार्यक्रम से हमेशा तकलीफ
वहीं नेता प्रतिपक्ष के बयान के बाद शिवराज सरकार के नगरीय प्रशासन एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया का पलटवार भी सामने आया है, दंदरौआ धाम पहुंचे मंत्री ओपीएस भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस को सनातन धर्म से जुड़े कार्यक्रम होने पर हमेशा से तकलीफ़ होती है. इसीलिए उनके आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया जाता. उन्होंने कहा कि हर बात के दो पहलू हो सकते हैं लेकिन जो चीज़ हमारी आस्था से जुड़ी है. उसे उसी दृष्टि से देखना चाहिए.