MP News: मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव (MP Assembly Elections) से पहले शिवराज सरकार (CM Shivraj Singh) पर आरोपों की राजनीति तेज हो गई है. इसी बीच पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने पीएम मोदी के नाम एक पत्र (PM Narendra Modi) लिखा है. जिससे मप्र की राजनीति (MP Politics) में हलचल दिख रही है. आपको बता बता दें कि पूर्व मंत्री ने पत्र के जरिए शासन और प्रशासन दोनों पर घोटाले (Awas Yojana scam) का आरोप लगाया है. जोशी ने लिखा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) में करोड़ो रूपये का घोटाला हुआ है.जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. इसके अलावा भी पूर्व मंत्री ने बहुत कुछ लिखा आइए जानते हैं
      
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर पैसे हड़पने का आरोप 
पूर्व मंत्री ने अपने पत्र के जरिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आए पैसों को हड़पने का आरोप लगाया है. उन्होने लिखा कि देवास जिले की बागली विधानसभा जो कि मेरे स्व. पिता जी और मेरी कर्मभूमि है, यहां पर हर तबके को मकान उपलब्ध कराने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को दी जाने वाली राशियों में करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है. जिससे हजारों पात्र लोगों तक राशि नहीं पंहुच पाई है. इसे जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की सांठ- गांठ और कुछ लोगों की बदौलत सामूहिक रूप से हड़प लिया गया है.    


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घोटाले की सीबीआई जांच की मांग
पूर्व मंत्री ने आगे अपने पत्र में लिखा कि यह मेरे पिता स्व. कैलाश जोशी की और मेरी कर्मभूमि रही है. मैंने इस अनियमितता को उचित पटल पर रखा पर सामूहिक लूट इतनी बड़ी है कि कुछ लोगों ने पूरे तंत्र को अपने हिस्से में ले लिया है. इसलिए हितग्राहियों व बागली विधानसभा की समस्त जनता और पार्टी के कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ताओं की ओर से निवेदन है कि सम्पूर्ण बागली विधानसभा के सभी नगरीय निकायों में प्रधानमंत्री आवास की राशि में जो घोटाले हुए हैं उनके लिए केंद्रीय एजेंसी को अविलंब जांच कराने के आदेश जारी किए जांए. साथ ही साथ उन्होंने लिखा कि बागली विधानसभा की जनता और विधानसभा के कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ताओं की ओर से मैं आपको यह विषय ज्ञात करा रहा हूँ अतः उपरोक्त समस्या पर ध्यान देकर इसका निवारण करने की कृपा करें.


विपक्ष को मौका भुनाने का मौका
आगामी मप्र विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस पत्र के कई सियासी मायने लगाए जा रहे हैं. क्या मंत्री को पहले से ये जानकारी नहीं थी क्या मंत्री चुनावी समय का इंतजार कर रहे थे? क्या मंत्री की भाजपा से दूरियां बढ़ रही हैं, इसके कई मायने हो सकते हैं. पर अब इस पत्र पर क्या एक्शन लिया जाएगा, ये तो देखने वाली बात होगी लेकिन उनके इस पत्र के बाद विपक्ष को भाजपा को घेरने का एक और मौका मिल गया है.