MP Politics News: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर-चंबल में नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. बीजेपी ने हाल ही में सभी को चौंकाते हुए प्रदेश के 39 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में एक नाम ऐसा है, जिसे लेकर विरोध शुरू हो गया है. इसी सिलसिले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को हाल ही में एक लेटर मिला है. यह लेटर खून से लिखा गया है. लेटर सामने आने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है.


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दरअसल, 39 प्रत्याशियों की लिस्ट में एक नाम पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य का है. आर्य को भिंड जिले की गोहद विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है. आर्य के नाम ने सभी को इसलिए चौंका दिया था, क्योंकि उन्हें सिंधिया समर्थक रणवीर जाटव की जगह टिकट दिया गया है. रणवीर जाटव ने 2018 विधानसभा चुनाव में गोहद से ही कांग्रेस में रहते हुए लाल सिंह आर्य को हराया था. हालांकि, वे भाजपा में आने के बाद 2020 उपचुनाव में कांग्रेस के मेवाराम जाटव से हार गए है. रणवीर को इस बार भी टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. 


जानें लेटर में क्या लिखा?
टिकट कटने पर रणवीर जाटव के समर्थक और सिंधिया फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष भीम सिंह गुर्जर ने आज ज्योतिरादित्य सिंधिया के निवास स्थान जय विलास पैलेस में यह पत्र सौंपा है. इस पत्र में लिखा है- हमें रणवीर जाटव चाहिए. अन्याय नहीं न्याय चाहिए. महाराज साहब रणवीर चाहिए. उन्होंने गोहद में पार्टी को खून पसीने से सींचा है. कार्यकर्ताओं का भविष्य खतरे में है. पत्र के आखिर में आई लव यू महाराज भी लिखा है. 


क्षेत्र में शुरू हुआ आर्य का विरोध
गोहद से लाल सिंह आर्य को बीजेपी का टिकट मिलने पर कार्यकर्ताओं में निराशा देखी जा रही है. कार्यकर्ताओं में असंतोष देखने को मिल रहा है. कार्यकर्ता अपने नेता को टिकट नहीं मिलने पर निराश हैं और लगातार रणवीर जाटव को टिकट देने की मांग कर रहे हैं. कुछ दिन पहले गोहद के रूपाबई गांव में मतदाताओं के एक बड़े वर्ग ने रणवीर जाटव को टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी को वोट न देने की कसम खाई. इसके अलावा कुशवाह समाज ने भी कसम खाई है कि लाल सिंह आर्य को टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी को वोट नहीं देंगे.