भोपाल: सरप्लस बिजली उत्पादन वाला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) अपनी जनता के अलावा भी अन्य प्रदेशों के लिए बिजली सप्लाई करता है. इसमें सबसे खास बात ये की आज मध्य प्रदेश की बदौलत ही दिल्ली की लाइफलान कही जाने वाली DELHI METRO चलती है. रीवा जिले में स्थापित देश की सबसे बड़ी 750 मेगावॉट क्षमता की अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना से दिल्ली की मेट्रो को सप्लाई की जाती है, जिससे देश की राजधानी को गती मिलती है.


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कहां से मिलती है बिजली
देश की वृहदतम 750 मेगावॉट क्षमता की रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना से दिल्ली की मेट्रो को गति मिल रही है. मध्य प्रदेश के लिये यह योजना मील का पत्थर साबित हुई है. इस योजना के निर्माण से राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय निवेशकों का मध्यप्रदेश के प्रति भरोसा बढ़ा है. वहीं इस परियोजना से परंपरागत ऊर्जा उत्पादन से अलग बिजली उत्पादन के लिए एक बेहतर विकल्प मिला है.


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60 फीसदी सौर्य ऊर्जा का उपयोग
बता दें करीब 60 फीसदी दिल्ली मेट्रो का संचालन सौर्य ऊर्जा से होता है. दिल्ली मेट्रो प्रतिदिन करीब 373 किमी सौर ऊर्जा से चलती है. दिल्ली मेट्रो को वह सौर ऊर्जा मध्य प्रदेश के रीवा स्थित मेगा सोलर प्लांट से मिलती है. ये मध्य प्रदेश के लिए कहीं न कहीं गर्व करने वाली बात ही है कि देश की राजधानी से लाइफ लाइन की 60 फीसदी दौड़ प्रदेश की बिजली से होता है.


रीवा के बदवार में है प्लांट
दिल्ली मेट्रो को पावर सप्लाइ करने वाली अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना मध्य प्रदेश के रीवा जिले में बदवार पहाड़ी पर स्थित है. इसमें सौर ऊर्जा के जरिए 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है. यहां कि कुल बिजली उत्पादन का 24 फीसदी बिजली दिल्ली मैट्रो को आपूर्ति की जा रही है. लगभग 4 साल से बिजली की आपूर्ति हो रही है.


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