Madhya Pradesh के भिंड में वायुसेना का मिराज 2000 क्रैश, क्या है इसकी खासियत और क्यों होते हैं हादसे, समझिए
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भिंड में वायुसेना का एक विमान मिराज 2000 (Mirage 2000) क्रैश हो गया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन का राहत कार्य जारी है. विमान हादसा (Plane Crash) भिंड के भारौली के पास हुआ, जिसमें कितना नुकसान हुआ है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भिंड में वायुसेना का एक विमान मिराज 2000 (Mirage 2000) क्रैश हो गया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन का राहत कार्य जारी है. विमान हादसा (Plane Crash) भिंड के भारौली के पास हुआ, जिसमें कितना नुकसान हुआ है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है. विमान को उड़ा रहे फ्लाइट लेफ्टिनेंट अभिलाष हादसे में पूरी तरह सुरक्षित हैं. बता दें कि भिंड में ये दूसरा विमान हादसा है. दो साल पहले भी भिंड में भारतीय वायुसेना का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. ऐसे में सबसे पहले दिमाग में यही सवाल आता है कि हादसे का कारण क्या है.
कई कारण हो सकते हैं
दुर्घटना के कई कारण होते हैं. संभावित कारण विमान को उड़ाने वाले पायलट द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया का पालन न करना या मिस्ड अप्रोच का कारण खराब मौसम भी हो सकता है या प्लेन में कोई तकनीकि खराबी. दुर्घटना के असल कारणों का पता ब्लैक बॉक्स से ही सामने आता है. विमान में कोई तकनीकि खराबी हुई या कोई और कारण रहा इसके बारे में ब्लैक बॉक्स से ही जानकारी मिलती है. हर विमान हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स को लेकर चर्चा तेज हो जाती है. तो जानिए क्या है ब्लैक बॉक्स, जिसे 'फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर' भी कहा जाता है.
ब्लैक बॉक्स और 'फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर'
प्लेन में मौजूद ब्लैक बॉक्स एक ऐसा उपकरण है, जो उड़ान के दौरान हुई गतिविधियों को रिकॉर्ड करता है. ब्लैक बॉक्स को आम तौर पर प्लेन के पीछे की तरफ रखा जाता है. इसे टाइटेनियम मेटल से बनाया जाता है और टाइटेनियम बॉक्स में ही बंद होता है. इसी कारण ऊंचाई या समुद्र में गिरने पर भी ये सुरक्षित रहता है. ब्लैक बॉक्स में दो हिस्से होते हैं
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर: इस बॉक्स में दिशा, ऊंचाई, ईंधन, गति, हलचल, केबिन का तापमान इस तरह की लगभग 88 प्रकार के डेटा के बारे में बता देता है. ये करीब 25 घंटों के समय की रिकॉर्डिंग करता है. बॉक्स का रंग लाल या गुलाबी होता है, जिससे हादसे के बाद भी ये आसानी से मिल जाए.
2. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर: ये बॉक्स प्लेन की उड़ान के आखिरी के दो घंटों की प्लेन के अंदर की आवाज को रिकॉर्ड करता है. इससे दुर्घटना से पहले विमान की स्थिति का अनुमान लगाया जाता है. इसमें इंजन, इमरजेंसी अलार्म, केबिन और कॉकपिट की आवाज रिकॉर्ड होती है
मिराज 2000 की खासियत
भारतीय वायुसेना ने 1960 में मिग-21 विमानों को अपने बेड़े में शामिल किया था. मिग-21 को युद्ध के मायनों से काफी बेहतर माना जाता था. मिराज-2000 अत्याधुनिक लड़ाकू विमान है जिसका निर्माण फ़्रांस की डासो एविएशन कंपनी ने किया है. इसी कंपनी ने रफ़ाल लड़ाकू विमान बनाए हैं. मिराज-2000 की लंबाई 47 फ़ीट और वज़न 7,500 किलो है. इसकी स्पीड की बात करें तो ये 2,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से आसमान को चीर सकता है. इसमें डबल इंजन होता है, जो चौथी पीढ़ी का मल्टीरोल लड़ाकू विमान माना जाता है. बता दें करगिल युद्ध में मिग-21 और मिराज-2000 विमानों ने अहम भूमिका निभाई थी.
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