MP Assembly Election 2023: साल 2020 में चंबल संभाग के भिंड जिले में उस वक्त भूचाल आ गया, जब यहां के 2 विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भाजपा का दामन थाम लिया. इस फेरबदल से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई. उपचुनाव में सिंधिया समर्थक 2 में से एक नेता ही अपनी सीट बचा पाए. फिलहाल यहां 5 विधानसभा सीटों में से 3 पर भाजपा और 2 पर कांग्रेस का कब्जा है.


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यह जिला कांग्रेस और भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण है. लहार विधानसभा सीट नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का गढ़ है. ठाकुर जाति से आने वाले गोविंद सिंह  क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते हैं. दूसरी तरफ यहां भाजपा को मजबूत करने की जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के कंधों पर है.  चुनाव से पहले जिले में सिंधिया और गोविंद सिंह सक्रिय हो गए हैं. भिंड से दिल का रिश्ता बताने वाले सिंधिया को इस बार काफी उम्मीदे हैं. वहीं नेता प्रतिपक्ष में चंबल की महत्वपूर्ण सीटों पर एक बार फिर से कब्जा का करने का दारोमदार है. आइए नजर डालते हैं. राजनीति के वर्तमान और अतीत के आंकड़ों पर...



 





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