Jabalpur East Assembly Seat Analysis: साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश चुनाव (MP Election) के मद्देनजर एससी और एसटी समुदाय पर भाजपा और कांग्रेस दोनों फोकस कर रही है. अभी हाल ही में दलित समाज पर पकड़ मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सागर में संत रविदास मंदिर की नींव रखी तो वहीं, दूसरी ओर प्रदेश में आदिवासी-दलितों के साथ हो रहे अत्याचार को कांग्रेस उठाती रही है. आज हम जबलपुर जिले की जबलपुर पूर्व विधानसभा की स्थिति की समझेंगे जो दलित समाज के लिए रिजर्व है... 


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MP Election 2023: महाकौशल की इस विधानसभा सीट पर 18 में पंजे ने मारी थी बाजी! BJP का भी है खास नाता


वर्तमान स्थिति
मध्य प्रदेश के जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में पिछले कुछ चुनावों में हर बार बदलाव देखना को मिला है. साथ ही इस सीट पर कांटे की राजनीतिक लड़ाई दिखाई दी. पिछले कुछ चुनावों से जबलपुर पूर्व सीट लोगों की नजर में थी.  बता दें कि जबलपुर पूर्व में पिछले तीन विधानसभा चुनावों में कड़ी प्रतिस्पर्धा रही है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस (आईएनसी) दोनों का मौका मिला. एक बार फिर यहां पर पहले जैसे ही मुकाबला देखना को मिल सकता है क्योंकि  लखन घनघोरिया वर्तमान विधायक और बीजेपी ने आंचल सोनकर को प्रत्याशी बनाया है.


2018 विधानसभा चुनाव
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लखन घनघोरिया बड़े अंतर से विजयी हुए. उन्हें 90,206 वोट मिले, जो कुल वोटों का 58.00% था, जबकि उनकी बीजेपी प्रतिद्वंद्वी और उस समय के विधायक आंचल सोनकर को 55,070 वोट मिले, जो वोट शेयर के 35.00% के बराबर था. बता दें कि शानदार जीत का लखन घनघोरिया को इनाम भी मिला और कमलनाथ के मंत्री मंडल में शामिल किया था.


2013 विधानसभा चुनाव
2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के आंचल सोनकर को मामूली अंतर से जीत हासिल हुई थी. उन्हें 67,167 वोट मिले, जो कुल वोटों का 48.00% है. वहीं, कांग्रेस के लखन घनघोरिया ने 66,012 वोट हासिल किए, जो वोट शेयर का 47.00% है. यह चुनाव बहुत दिलचस्प था, जिसमें सोनकर केवल 1,155 वोटों के अंतर से जीते थे.


2008 विधानसभा चुनाव
2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लखन घनघोरिया विजयी हुए थे. उन्हें 51,934 वोट मिले, जो वोट शेयर के 48.00% के बराबर था. उनके भाजपा प्रतिद्वंद्वी आंचल सोनकर ने 45,232 वोट हासिल किए, जो वोट शेयर का 42.00% है.


बता दें कि जबलपुर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई है. जनता ने दोनों पार्टियां  को मौका दिया. अपनी मजबूत जमीनी उपस्थिति और  कैडर के लिए जानी जाने वाली भाजपा ने लगातार जबलपुर पूर्व सीट पर चुनाव लड़ा है. यहां पर अंचल सोनकर, पार्टी के प्रमुख भाजपा नेता हैं.  दूसरी ओर, यहां पर कांग्रेस ने 2008 और 2018 के चुनावों में जीत  हासिल की थी. इस सीट से प्रमुख कांग्रेस नेता, लखन घनघोरिया 2008 और 2018 में विधायक बने.


वोटर्स
जबलपुर की इस विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 236296 है. 2018 के चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत 67.93% तक पहुंच गया था.  2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 52,000 अनुसूचित जाति के लोग, जो विधानसभा के मतदाताओं का लगभग 22% हैं, इस निर्वाचन क्षेत्र में रहते हैं. इस साथ ही बंटबारे के समय पाकिस्तान से सिंधी समुदाय की उपस्थिति के साथ खटीक, बंशकार, जाट, राजपूत और ब्राह्मण समुदाय शामिल हैं. साथ ही करीब 60,000 मुस्लिम मतदाता भी इस सीट पर हार-जीत में अहम भूमिका निभाते हैं.


विधायकों की सूची
2018
विधायक: लखन घनघोरिया
पार्टी: INC (कांग्रेस)


2013
विधायक: आंचल सोनकर
पार्टी: बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)


2008
विधायक: लखन घनघोरिया
पार्टी: INC (कांग्रेस)


2003
विधायक: आंचल सोनकर
पार्टी: बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)


1998
विधायक: आंचल सोनकर
पार्टी: बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)