भोपालः मध्य प्रदेश में मुख्य सचिव (MP Chief Secretary) पद को लेकर जारी सस्पेंस खत्म हो गया है. बता दें कि सरकार ने मौजूदा मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस (Iqbal Singh Bains) को ही 6 महीने का एक्सटेंशन देने का फैसला किया है. इकबाल सिंह बैंस के रिटायरमेंट के दिन ही यह फैसला आया है. अब बैंस 30 मई को रिटायर होंगे. इकबाल सिंह बैंस 1984 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. ऐसी खबरें आ रही हैं कि अगले साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान इकबाल सिंह बैंस का ही कार्यकाल बढ़ाने के पक्ष में थे. 


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बता दें कि अगले कुछ माह में राज्य में कई अहम आयोजन भी होने हैं. इनमें जनवरी में इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और जनवरी में ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे कार्यक्रम शामिल हैं. इन आयोजनों के लिए गठित विभिन्न समीतियों में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ही बतौर अध्यक्ष जुड़े हुए हैं. ऐसे में सरकार की कोशिश है कि जो कार्ययोजना तैयार की गई है, उस पर तेजी से अमल हो सके इसलिए मुख्य सचिव के कार्यकाल को बढ़ाने का फैसला किया गया. 


मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव की दौड़ में 1989 बैच के अनुराग जैन और मोहम्मद सुलेमान का नाम भी शामिल था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम शिवराज सिंह चौहान इकबाल सिंह बैंस के बाद अनुराग जैन को राज्य का मुख्य सचिव बनाना चाहते थे लेकिन केंद्र सरकार ने सीएम को अन्य विकल्प पर विचार करने को कहा था. दरअसल अनुराग जैन फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और अभी उद्योग, संवर्धन और आंतरिक व्यापार जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. साथ ही वह पीएम मोदी की महत्वकांक्षी परियोजना गतिशक्ति की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने अनुराग जैन को रिलीव नहीं किया.  


ऐसे में सीएम ने इकबाल सिंह बैंस के कार्यकाल को ही बढ़ाने की मांग की. रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम ने बीती 9 नवंबर को ही केंद्र सरकार को इकबाल सिंह बैंस के कार्यकाल विस्तार की मांग को लेकर पत्र लिखा था. जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया. बैंस की छवि एक सख्त अधिकारी की है और वह अच्छे प्रशासनिक अधिकारी माने जाते हैं.