निकाय चुनाव के रण में कूदे केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस की चुटकी- मंत्री जी अपना घर संभालें
MP Nikay Chunav: सिद्धार्थ मलैया ने ना सिर्फ बीजेपी से इस्तीफा दिया है बल्कि अपनी अलग पार्टी बनाकर नगरीय निकाय चुनाव में दमोह में अपने प्रत्याशी भी उतार दिए हैं. ये प्रत्याशी वो हैं, जो भाजपा कार्यकर्ता रहे हैं और लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े थे.
महेंद्र दुबे/दमोहः नगरीय निकाय चुनाव को मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत झोंक रही हैं. दमोह में तो केंद्रीय मंत्री निकाय चुनाव में कूद पड़े हैं. दरअसल केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने दमोह के विभिन्न वार्डों में घूम-घूमकर पार्टी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे.
प्रहलाद पटेल ने अंतर्कलह पर कही बड़ी बात
बता दें कि दमोह में भाजपा को अंतर्कलह से जूझना पड़ रहा है. दमोह में बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद सिद्धार्थ मलैया के समर्थन में पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ दी है. सिद्धार्थ मलैया ने ना सिर्फ बीजेपी से इस्तीफा दिया है बल्कि अपनी अलग पार्टी बनाकर नगरीय निकाय चुनाव में दमोह में अपने प्रत्याशी भी उतार दिए हैं. ये प्रत्याशी वो हैं, जो भाजपा कार्यकर्ता रहे हैं और लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े थे.
ऐसे में निकाय चुनाव में संभावित नुकसान को भांपते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल चुनाव मैदान में उतर गए हैं. वहीं पार्टी प्रत्याशियों के कार्यालयों का उद्घाटन कर रहे हैं, साथ ही वार्डों में घूम-घूमकर जनसंपर्क भी कर रहे हैं और पार्टी प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहे हैं.
प्रहलाद पटेल ने साधा निशाना
पार्टी नेताओं की बगावत पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 25 सालों तक पार्टी और सत्ता का उपभोग किया, वो आज पार्टी को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से चुनौती देते हैं या नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं तो कार्यकर्ता को यह बात बतानी होगी. वहीं प्रहलाद पटेल के इस बयान पर कांग्रेस ने चुटकी ली है.
कांग्रेस बोली- बीजेपी खुद को संभाल नहीं पा रही
कांग्रेस विधायक अजय टंडन ने प्रहलाद पटेल के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा खुद को संभाल नहीं पा रही है. सिद्धार्थ के पार्टी छोड़ने और चुनावी मैदान में आने के बाद साफ है कि भाजपा टूट चुकी है. अजय टंडन ने कहा कि मंत्री को सभी को जोड़ने का काम करना चाहिए ना कि इस तरह के बयान देने चाहिए.