Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सरकार के गठन के साथ ही धार्मिक स्थलों से शोर मचाने वाले लाउडस्पीकर पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है. इसके बाद ग्वालियर जिले में पुलिस प्रशासन के आग्रह पर धर्म गुरुओं ने मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाना शुरू कर दिए हैं. ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल ने धर्म गुरुओं की मीटिंग में धार्मिक स्थलों मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा और चर्च आदि से लाउडस्पीकर हटाने व विधिवत अनुमति लेकर ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग करने की सलाह दी थी.


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दरअसल, सीएम डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को ही मंत्रालय स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में विधिवत पूजा अर्चना कर कार्यभार संभाला. कार्यभार संभालते ही उन्होंने पहला आदेश मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने पर रोक लगाई. भोपाल में कैबिनेट की पहली बैठक में सीएम ने ये फैसला लिया. उन्होंने कहा कि लाउड स्पीकर तय मानकों के अनुरूप बजाएं. सीएम ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी भी किए. 


पुलिस ने शुरू की पहल
मध्यप्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थलों से ध्वनि विस्तारक यंत्रों को हटाने एवं कोलाहल प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम का पालन करवाने के लिए आदेश जारी किए. इसके बाद एएसपी अमृत मीना के निर्देशन में थाना हस्तिनापुर में एसडीओपी बेहट संतोष पटेल व एसडीएम इसरार ख़ान के द्वारा थाना प्रभारी राजकुमार राजावत के समन्वय से मीटिंग ली गई, जिसमें सिरसोद गांव के मुस्लिम भाइयों ने शासन के आदेश का सम्मान स्वागत करते हुए ध्वनि प्रदूषण से होने वाले दुष्प्रभाव को कम करने के लिए स्वेच्छा से आगे आये और मस्जिद से लाउड स्पीकर को निकालकर ध्वनि विस्तारक यंत्र के मानक अनुसार विधिवत उपयोग करने की बात कही.


पुलिस ने धर्म गुरुओं का सम्मान किया
सिरसोद मस्जिद के इमाम उजर अहमद व गांव के बुजुर्ग शमशाद अली और पूर्व सरपंच आबिद अली के साथ मिलकर मुस्लिम भाइयों ने जुम्मे की नमाज से पहले मस्जिद के बाहर लगे चार चुंगों हो हटाकर शासन के निर्देश का स्वागत किया. मस्जिद के आसपास प्राथमिक स्कूल हैं जहां बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है. गांव के बेहतर भविष्य को देखते हुए समाज द्वारा किया गया नवाचार प्रशंसनीय व सम्मानित रहा. इसके साथ ही छारी मोहल्ला में शिव मंदिर में लगा लाउड स्पीकर भी स्वेच्छा से उतारा. पुलिस प्रशासन के एसडीओपी व एसडीएम ने धर्मगुरुओं के इस निर्णय का फूल माला व शाल से सम्मान किया और संपूर्ण गांव ने ताली बजाकर सम्मान किया.


रिपोर्ट: प्रियांशु यादव, ग्वालियर