Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले में छात्रों की पढ़ाई के लिए मिलने वाली छात्रवृत्ति में 5 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था. इस स्कैम के आरोपी तत्कालीन सहायक आयुक्त अमरसिंह उइके को पुलिस ने दबोच लिया है. वह बीते पांच महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था. शुक्रवार को पुलिस ने उसे भोपाल के एक होटल से गिरफ्तार किया है. 


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डिंडौरी में छात्रवृत्ति घोटाला
डिंडौरी जिले में पदस्थ तत्कालीन सहायक आयुक्त अमरसिंह उइके ने छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में पांच करोड़ रुपए का घोटाला किया था. इस मामले के खुलासे के बाद स्पेशल जांच टीम बनाई गई थी. 


भोपाल में दी दबिश
आरोपी तत्कालीन सहायक आयुक्त को पुलिस ने भोपाल में दबिश देकर गिरफ्तार किया है. उसे भोपाल के एक होटल से गिरफ्तार किया गय है. पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 20 हजार रुपए के इनाम की घोषण भी की थी.  अब उसे रिमांड में लेकर उससे पूछताछ की जाएगी. साथ ही इस घोटाले में उससे जुड़े लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज करेगी. 


2019 से 2021 के बीच किया था घोटाला
आरोपी तत्कालीन सहायक आयुक्त अमरसिंह उइके साल 2019 से 2021 के बीच डिंडौरी में पद पर पहते हुए घोटाले को अंजाम दिया था. साल 2021 में लोकायुक्त के सख्त निर्देश के बाद उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था. आरोपी लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था.  


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कई जगह दी दबिश
मामला सामने आने के बाद आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने लगातार कई जिलों में दबिश दी. उसके गृह जिले शहडोल के अलावा जबलपुर, नागपुर, सिवनी और भोपाल में उसे लगातार खोजा जा रहा था. इसके बावजूद वह पुलिस को चकमा देने में कामयाब होता जा रहा था. अह उसे भोपाल के एक होटल से गिरफ्तार कर डिंडौरी ले आया गया है. 


हो सकता है बड़ा खुलासा
माना जा रहा है कि आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद अब कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. साथ ही इस मामले में और भी कई लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. 


इनपुट- डिंडौरी से संदीप मिश्रा की रिपोर्ट, ZEE मीडिया


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