MP Number One In India: मध्य प्रदेश के लिए एक खुशखबरी है. ये खुशखबरी केंद्र सरकार ने शिवराज सरकार का सम्मान करके दी है. कृषि विभाग के सिंचाई क्षेत्र (Arrigation Area) में बेहतर योगदान करने के लिए केंद्र सरकार (Central Government) ने सिंचाई पेयजल और उद्योगों के लिए देश भर में पहला स्थान दिया है. इसके तहत सिंचाई और ऊर्जा ब्यूरो प्रदेश को सीबीआईपी अवार्ड (CBIP Award) से नवाजा है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीएम ने जताया आभार 
सिंचाई के क्षेत्र में आवार्ड पाने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने देश के पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया. इसके अलावा  उन्होंने केन्द्रीय सिंचाई एवं ऊर्जा ब्यूरो के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया. बता दें कि बीते 15 सालों में प्रदेश की सिंचाई की क्षमता 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 45 लाख हेक्टेयर पहुंच गई है. साथ ही साथ बीते 3 सालों में एमपी पाइप प्रणाली के माध्यम में सर्वाधिक क्षेत्र में सिंचाई करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है.


Farmers Protest: किसान को भूमिहीन करना चाहती है सरकार? जानें अटल प्रोग्रेस वे का प्लान


पाइप प्रणाली ने लाया परिवर्तन
सिंचाई के क्षेत्र में मध्य प्रदेश का प्रथम स्थान आने बाद राज्य को देश भर में सराहा जा रहा है. इसके जरिए राज्य के किसानों कि किस्मत में भी परिवर्तन आया है. इस लिए सबसे ज्यादा कारगर पाइप प्रणाली के द्वारा की गई सिंचाई ने अपना असर दिखाया है. इसके माध्यम से खेतों तक आसानी के साथ पानी पहुंच जाता है. साथ ही साथ खादों की मिलावट में भी ये काफी ज्यादा कारगर साबित होती है. जिससे किसान आसानी के साथ अपनी फसल उगा लेते हैं.


वीडियो: दिग्विजय के मंच पर दिखी गुटबाजी! पूर्व मुख्यमंत्री से नहीं संभले नेता, दी जान से मारने की धमकी; देखें वीडियो
 
इन परियोजनाओं के जरिए मिल रहा लाभ
एमपी सरकार बीते दो सालों में 126 नयी वृहद, मध्यम और लघु सिंचाई परियोजनाएँ शुरू की गई हैं. इनमें चार वृहद्, 10 मध्यम और 112 लघु परियोजनाएँ शामिल हैं. इन सभी 126 सिंचाई परियोजनाओं की लागत 6 हजार 700 करोड़ रूपए है. इन नयी सिंचाई परियोजनाओं से 3 लाख 34 हजार हेक्टेयर सिंचाई क्षमता विकसित की जा चुकी. बता दें कि तवा परियोजना के तहत लोगों को सिंचाई के क्षेत्र में काफी ज्यादा लाभ मिला है. जिसकी बदौलत एमपी सिंचाई के क्षेत्र में ऊंचाइयों पर है.