प्रदीप मिश्रा/भिंड। मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है. इस बीच भिंड जिले की लहार विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत वैशपुरा में सरपंची का चुनाव निर्विरोध हुआ है, यह गांव मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह का गृहग्राम है, जहां से उनकी बहू सरपंच चुनी गई हैं. पंचायत की जनता ने डॉ गोविंद सिंह के भतीजे की पत्नी को बिना चुनाव लड़े ही निर्विरोध सरपंच बना दिया है. 


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चुनाव में खड़ा नहीं हुआ कोई प्रतिद्वंदी
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर गोविंद सिंह के भतीजे और यूथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव अनिरुद्ध प्रताप सिंह की पत्नी नेहा अनिरुद्ध प्रताप सिंह एक बार फिर ग्राम पंचायत वैशपुरा से निर्विरोध सरपंच चुन ली गयी हैं. बताया जा रहा है कि चुनाव में कोई प्रतिद्वंदी खड़ा ही नहीं हुआ. हालांकि नेहा अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने औपचारिकता के लिए इस पंचायत से अपना नामांकन फार्म दाखिल किया था लेकिन उनके विरोध में कोई दूसरा नामांकन दाखिल नहीं किया गया है. 


पिछले चुनाव में भी चुनी गई थी सरपंच 
गौरतलब है कि इससे पहले आयोजित हुए पंचायत चुनाव के दौरान उन्होंने अपने गांव वैशपुरा से ही चुनाव लड़ा था और करीब एक हजार वोट से जीत दर्ज की थी, इसके बाद कुछ महीनों पहले भी हुई पंचायत चुनाव की घोषणा और प्रक्रिया के दौरान उन्हें निर्विरोध सरपंच चुन लिया गया था, लेकिन बाद में चुनाव निरस्त होने से उनका चुनाव भी निरस्त हो गया था, लेकिन जनता ने अपना फैसला दोबारा से दोहरा दिया है.


मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में लहार व रौन और दूसरे चरण में भिंड और अटेर जनपद क्षेत्र में चुनाव होना है, इन चारों जनपद की 188 पंचायतों से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार अपना फार्म निर्वाचन अधिकारियों के पास जमा करा चुके हैं, जिनकी समीक्षा के बाद नाम फाइनल किए जाएंगे, लेकिन इससे पहले ही लहार की वैशपुरा पंचायत में जनता की आपसी सहमति से निर्विरोध सरपंच चुन लिया है. 


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