MP Budget: 1 जुलाई से शुरू हो रहा मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार रहने के आसार है. हालांकि इस सत्र में सरकार कुल 11 विधेयक लाएंगी. खास बात यह है कि सत्र में कुछ अहम बिल भी पास होंगे. जिसकी तैयारियां सत्ता पक्ष की तरफ से कर ली गई हैं. वहीं कांग्रेस ने भी सत्र के लिए भूमिका बनानी शुरू कर दी है. 30 जुलाई को कांग्रेस ने अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है. जिसमें विधानसभा के सत्र की तैयारियों पर चर्चा होगी. इसके अलावा बीजेपी भी विधायक दल की बैठक करेगी. 


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बोरवेल का बिल होगा पास 


मध्य प्रदेश में पिछले कुछ सालों में खुले बोरवेल और नलकूपों में बच्चों के गिरने के कई मामले सामने आएं हैं, जिनमें से कुछ बच्चों की मौत भी हुई है. ऐसे में सरकार इस मामले में बिल लाने की तैयारी में है. इस मानसून सत्र में यह बिल लाया जाएगा. बताया जा रहा है कि खुले नलकूप में बच्चों के गिरने से होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए बिल पास किया जाएगा, जिसमें जुर्माने और सजा का प्रावधान होगा. इसके अलावा सरकार कुल 11 अलग-अलग विधेयक लाने की तैयारी में हैं. 


3 जुलाई को पेश होगा बजट 


मोहन सरकार इस मानसून सत्र में अपने कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करने जा रही है. वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा 3 जुलाई को प्रदेश का पूर्ण बजट पेश करेंगे, जिसमें राज्य सरकार कई बड़ी योजनाओं की घोषणा कर सकती है. ऐसे में इस बार के बजट पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. इससे पहले फरवरी में जगदीश देवड़ा ने अंतरिम बजट पेश किया था. बजट पेश होने के बाद चार और पांच जुलाई को बजट पर चर्चा होगी. वहीं विधानसभा के पहले और दूसरे सत्र में प्रश्नोत्तर काल के बाद शासकीय कामों को पूरा किया जाएगा. 


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नर्सिंग घोटाले का मुद्दा भी उठेगा


विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश में नर्सिंग घोटाले का मुद्दा भी सुनाई देने वाला है. कांग्रेस ने खासतौर पर इस मामले में खास तैयारी की है. नर्सिंग घोटाले पर सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस स्थगन प्रस्ताव लाएगी. इसलिए पार्टी 30 जून को पार्टी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है. नर्सिंग घोटाले से संबंधित भी कई महत्वपूर्ण प्रश्न कांग्रेस विधायकों ने लगाए है. इसके अलावा विधायकों के क्षेत्र के नर्सिंग कॉलेज और जल जीवन मिशन की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए गए थे. जिन पर भी रणनीति तैयार होगी. कांग्रेस इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करने की तैयारी में भी है. 


4500 सवाल 


विधानसभा के मानसून सत्र के लिए विधायकों के सवाल लगाने का आखिरी तारीख 24 जून थी. इस दिन तक कुल 4500 सवाल सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने लगाए हैं. 14 दिन तक चलने वाले इस सत्र में कुल 80 ध्यानाकर्षण के मामले भी शामिल रहेंगे. ऐसे में विधानसभा सचिवालय सत्र की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है. वहीं सरकार की तरफ से भी आए सवालों के जवाब भी तैयार किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि अब तक कुल 986 प्रश्न ऐसे हैं जिनके जवाब अभी भी लंबित हैं. 


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