10 सालों से मुस्लिम परिवार मना रहा दीपावली, बोले- ईद जैसी लगती है दिवाली
एक तरफ देश में हिन्दू मुस्लिम को लेकर लोगों के दिलों में नफरत की खाई गहरी हो रही हैं तो वहीं दूसरी ओर धर्म से ऊपर उठकर दो धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ खड़े नजर आए हैं.
अजय राठौर/श्योपुर: एक तरफ देश में हिन्दू मुस्लिम को लेकर लोगों के दिलों में नफरत की खाई गहरी हो रही हैं तो वहीं दूसरी ओर धर्म से ऊपर उठकर दो धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ खड़े नजर आए हैं. हिन्दू मुस्लिम के बीच पनप रही सियासी नफरत से दूर अमन चैन के साथ जात पात की बंदिश को तोड़ कर राम की दिवाली को रहीम के लोग साथ मिलकर मानते दिखे है.
जी हां, श्योपुर में एक मुस्लिम परिवार पिछले 10 सालों से हिन्दू परिवारों के बीच पहुंचकर दिवाली की खुशियां साथ बांटते हैं और मिलकर दीप भी जलाते है. श्योपुर के मेहबूब अंसारी और उनकी पत्नी कौसर अंसारी हर साल की दिवाली किसी एक गरीब हिन्दू परिवार की मदद करते हुए उनके साथ दीपावली का त्योहार मनाते आ रहे है.
Rishi Sunak: ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे ऋषि सुनक, पीएम मोदी ने कही ये बात
गरीब की करते हैं मदद
महमूद और कौसर अंसारी गांव हो या शहर किसी ना किसी जरूरत मंद ओर आर्थिक रूप से कमजोर हिन्दू परिवार के घर जरूरत का सामना लेकर पहुंचते हैं ओर दीपावली को यादगार करते हुए उनके साथ दीपावली में दीप से लेकर फटाके फुलझड़ी जलाते है. मेहमूद की पत्नी कौसर अंसारी अपने बच्चे के साथ ऐसे ही हर साल दीवाली की खुशियां हिन्दू परिवार के घर पर साथ बाटते है.
ईद जैसी लगती है दिवाली
मुस्लिम धर्म की दंपत्ती महमूद ओर कौसर दीवाली पर हिन्दू परिवार के घर को बड़ी शिद्दत ओर प्रेम भाव से अपने हाथों से सजाते हुए रोशनी लगाती है. घर के बाहर रंगोली बनाती है, और फिर मिलकर दीपावली की मिठाई से लोगों का मुंह मीठा भी करते हुए परिवार के चेहरे पर खुशी की मुस्कान लाते है और कहते है कि ईद जैसी दीवाली लगती है. तो वहीं हिन्दू परिवार के लोग भी मुस्लिम दंपत्ति के इस पहल की सराहना करते हुए भाई चारे की बात कहते है.