प्रीतेश शारदा/नीमच: मप्र और राजस्थान में मोस्ट वांटेड रहे कुख्यात तस्कर कमल राणा की गिरफ्तारी के बाद रोजाना नए राज सामने आ रहे हैं. राणा के नेटवर्क में पुलिस की मिली-भगत उजागर हो चुकी है और सूची लंबी होती जा रही है. वहीं इसी मामले में जनप्रतिनिधियों पर भी आंच आने लगी है.


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दरअसल बीते दिनों 70 हजार रुपए के इनामी कुख्यात तस्कर कमल राणा की जयपुर क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र के शिर्डी से गिरफ्तारी की थी. राजस्थान पुलिस और क्राइम ब्रांच ने राणा के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए गिरोह की परतें उघाड़नी शुरू की तो आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आई. 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है.


विधायक के साथ फोटो वायरल
मादक पदार्थों की तस्करी के मास्टरमाइंड कमल राणा के काले कारोबार में शामिल लोगों की सूची काफी लंबी है. गिरोह के साथ संलिप्तता में पुलिस के बाद जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. पहले जिला पंचायत अध्यक्ष के रिश्तेदार पर इस मामले में गाज गिरी है, अब विधायक दिलीप सिंह परिहार के फोटो कमल राणा के गुर्गे के साथ वायरल हुए हैं.


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दरअसल हस्तीमल सुधार नाम के व्यक्ति को राणा गिरोह में सक्रिय भूमिका के चलते राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह व्यक्ति भाजपा से जुड़ा है, नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के साथ इसके कई कार्यक्रमों में फोटो हैं. कहीं गले मिलते हुए तो कहीं पैर छूते हुए. ऐसे विभिन्न मुद्राओं में विधायक के साथ हस्तीमल के फोटो वायरल हुए हैं. इस मामले में जब विधायक परिहार से प्रतिक्रिया चाही तो उनका कहना था कि जनप्रतिनिधि होने के नाते कई लोग मेरे साथ फोटो खिंचवाते हैं. अब वे क्या काम कर रहे हैं यह तो पता नहीं चलता.


कानून अपना काम कर रहा
उन्होंने कहा जो जहर खाएगा वह मरेगा ही. परिहार ने कहा कार्यकर्ता होने के नाते हस्तीमल उनसे कई बार मिला. उसके पिता जनसंघ के जमाने से सक्रिय रहे. इस कारण मिलना होता था. बाकी कमल राणा को न कभी देखा, न कभी मिला न ही कभी बात हुई. ऐसे लोगों के खिलाफ कानून अपना काम कर रहा है.