Madhya Pradesh Board Exam/आकाश द्विवेदी: मध्य प्रदेश में 5 फरवरी से 10वीं की परीक्षा और 6 फरवरी से 12वीं की शुरू हो रही हैं. इस बार पेपर लीक और नकल रोकने के लिए बोर्ड की तरफ से कई इंतजाम किए गए हैं. इधर, मध्य प्रदेश सरकार की मुख्य सचिव वीरा राणा ने एमपी बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर कलेक्टर और SP को पत्र लिखा है. परीक्षा शुरू होने से पहले मुख्य सचिव ने अहम दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के साथ पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए.


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एमपी बोर्ड की नई गाइडलाइन के मुताबिक, इस बार परीक्षा केंद्राध्यक्ष भी अपने पास मोबाइल नहीं रख सकेंगे. प्रश्नपत्र का पैकेट परीक्षा केन्द्र में ही खोला जाएगा. परीक्षा कंट्रोल रूम में इस साल लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारी भी रहेंगे. इस बार पेपर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में भी बदलाव किया है. प्रश्न पत्र को थाने से परीक्षा केन्द्र और परीक्षा कक्षों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिये कलेक्टर प्रतिनिधियों रहेंगे. 


एप का होगा इस्तेमाल
परीक्षा कक्ष तक पेपर पहुंचने की पूरी प्रक्रिया को एप के माध्यम से भी मॉनिटर किया जाएगा. माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड का टोल फ्री नम्बर- 1800-2330175 सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक संचालित होगा. टोल फ्री नंबर पर बच्चे परीक्षा में तनाव रहित रहने के उपाय के साथ अन्य उपयोगी जानकारी भी ले सकते हैं. एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा कल से और 12वीं की 6 फरवरी से शुरू होगी.


मुख्य सचिव के निर्देश-


-पेपर लीक करने वालों और प्रश्नपत्रों के संबंध में भ्रामक जानकारी फैलाने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश.
-परीक्षाओं के प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का दावा करने वालों के विरूद्ध तत्काल कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करें.
-प्रश्न-पत्र थानों से निकालने से लेकर परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचने तक प्रश्न-पत्रों की गोपनीयता एवं सुरक्षा के लिए कलेक्टर प्रतिनिधि की उपस्थिति सुनिश्चित करें.
-प्रश्न पत्रों के पैकेट्स की डबल पैकिंग की जाए और बॉक्स परीक्षा केन्द्र पर केन्द्राध्यक्ष द्वारा ही खोला जायेगा.
- प्रश्न-पत्रों के सील्ड पैकेट्स केन्द्राध्यक्ष के कक्ष में न खोलकर सीधे परीक्षा कक्ष में खोले जायेंगे.
- केन्द्राध्यक्ष यह सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा केन्द्र पर प्रश्न-पत्रों का सील्ड बॉक्स सुबह 08:30 बजे के पहले नहीं खोला गया और 8:45 बजे के पहले पर्यवेक्षकों को उपलब्ध नहीं कराया गया.
-परीक्षा के दिन कलेक्टर प्रतिनिधि सुबह 6.00 से 7.00 बजे के बीच थाने पहुंचे.
- केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक समेत कोई भी कर्मचारी मोबाइल के उपयोग पर प्रतिबंध.
-परीक्षा केन्द्र परिसर में केवल कलेक्टर प्रतिनिधि को मोबाइल फोन उपयोग करने की अनुमति रहेगी.
-यह भी सुनिश्चित किया जाये कि इस मोबाइल का दुरुपयोग प्रश्न पत्र की गोपनीयता भंग करने में न किया जाये.
-नकल को रोकने के लिये हर विकासखण्ड में 2-4 निरीक्षण दल का गठन किया जाये.
-प्रश्न पत्र थाने में रखने के बाद थाना,चौकी प्रभारी के माध्यम से उनकी गोपनीयता सुनिश्चित की जाए.
-परीक्षा अवधि में केन्द्राध्यक्ष ,सहायक केन्द्राध्यक्ष द्वारा थाने से प्रश्न पत्र के बॉक्स निकालते समय संबंधित थाने में थाना प्रभारी अनिवार्यतः उपस्थित रहे.