अन्नपूर्णा माता के दर्शन से जाग जाती है सोई किस्मत! भर जाती है खाली तिजोरी
Annapurna Devi Temple: मध्य़ प्रदेश में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां पर भक्त पूजा- अर्चना के लिए जाते हैं. ऐसे ही हम बात करने जा रहे हैं इंदौर के अन्नपूर्णा देवी मंदिर के बारे में, 9वीं शताब्दी का यह प्रसिद्ध मंदिर 2 एकड़ में फैला हुआ है. साल 1959 में महामंडलेश्वर स्वामी प्रबानंद गिरि महाराज ने मंदिर पुनर्निर्माण कराया था. इस मंदिर को लेकर धार्मिक मान्यता है कि जो भी भक्त दर्शन कर लेता है भंडार भर जाता है. जानते हैं मंदिर के बारे में खास बातें.
मंदिर के बाहर कि दीवारों पर पौराणिक कथाओं और देवताओं तस्वीरें बनी हुई हैं. अन्नपूर्णा देवी का आशीर्वाद लेने मंदिर में दूर - दूर से लोग आते हैं. यह मंदिर भारत का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है.
अन्न की देवी अन्नपूर्णा का यह मुख्य मंदिर हैं. मंदिर के अंदर सुंदर नक्काशी और कुछ शानदार स्थापत्य कला का प्रदर्शन किया गया हैं.
अन्नपूर्णा देवी के मंदिर में भगवान शिव, हनुमान और कालभैरव जी कि मूर्तियां उपस्थित हैं. दो एकड़ में फैला इतना बड़ा मंदिर, इंदौर जिले में लोगों के लिए लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में आकर्षण का केंद्र माना जाता है.
यह सुबह के 5 बजे से दोपहर के 12 बजे तक खुलता है और रात 2 बजे से 10 बजे दर्शन के लिए खुलता है. इस दौरान काफी संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं.
मंदिर का प्रवेश द्वार पर हाथियों की चार मूर्तियों सुशोभित हैं. पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. ऐसे में आप भी माता रानी के दरबार में मत्था टेकने जा सकते हैं.
अन्नपूर्णा देवी पार्वती का एक ही रूप हैं. हिंदू धर्म में मां को खुश करने के लिए भोजन दान करने की परंपरा है, अपने जीवन में एक बार अन्नपूर्णा मंदिर आने कि योजना जारूर बनाएं. यहां सुंदरता और शांति का एहसास होता है.
देवी अहिल्या बाई अंतराष्ट्रिय हवाई अड्डा, मंदिर से 6 किमी की दूरी पर इंदौर जंक्शन से अच्छी कनेक्टिविटी के साथ आ सकते हैं. आप दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर जैसे शहरों से फ्लाइट करके आ सकते हैं.
इसके अलावा अगर आप सड़क मार्ग से आना पंसद करते है तो अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस चार्टर बस सेवा के माध्यम से भी सकते हैं.