Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों तो भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही शुरू कर दी हैं, लेकिन अब जल्द प्रचार के जरिए बहुत जल्द चुनाव का आगाज होने जा रहा है. 11 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश आ रहे हैं. वे झाबुआ से लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे. इसको लेकर भाजपा ने तैयारियों शुरू कर दी हैं. झाबुआ आदिवासी बहुल इलाका है है. भाजपा विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी आदिवासी सीटों पर बढ़त बनाने की कोशिश कर रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत मिलने के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी भाजपा की नजर आदिवासी वोटर्स पर है. डॉ. मोहन यादव की लीडरशिप वाली भाजपा सरकार के साथ-साथ संगठन का फोकस आदिवासी वोट बैंक पर है. प्रदेश में आदिवासी वोटरों की हिस्सेदारी 22 प्रतिशत के करीब है. यही वजह है कि सत्ताधारी भाजपा हो या विपक्षी दल कांग्रेस दोनों ही आदिवासियों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. 


MP में सत्ता की चाबी है आदिवासी
मध्य प्रदेश में आदिवासी वोटर्स की संख्या करीब 22 प्रतिशत है. प्रदेश की 29 सीटों में से 6 लोकसभा सीटें आदिवासियों के लिए रिजर्व हैं. फिलहाल सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा है. प्रदेश की 47 विधानसभा सीटें आदिवासियों के लिए रिजर्व है. मध्य प्रदेश में कुल 78 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां आदिवासी वोटर किसी को जिताने-हराने की ताकत रखते हैं. यही वजह है कि भाजपा और कांग्रेस उनको साधने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. 


चुनाव को लेकर आज बड़ी बैठक
लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की बड़ी बैठक हो रही है. भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक-एक बाद एक बैठकें चलेंगी. इस दौरान लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाएगी. भाजपा लोकसभा चुनाव के लिहाज से संगठन में भी बदलाव कर सकती है. जिसके तहत परफॉर्मेंस और शिकायत के आधार पर जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं. बैठक में प्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय मौजूद रहेंगे. इसके अलावा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल हो सकते हैं.