प्रमोद शर्मा/भोपाल: शनिवार को राजधानी के भोपाल भवन में हिंदी की व्यापकता पर एक विर्मश कार्यक्रम में सीएम शिवराज चौहान ने डॉक्टरों को एक सलाह दी थी. जिसका असर कल सागर में देखने को भी मिल गया था. दरअसल सीएम ने डॉक्टरों से कहा था कि दवाई के नाम  हिंदी में क्यों नहीं लिखे जा सकते? ऊपर श्री हरि लिखो और फिर क्रोसिन लिख दो. अब इस सुझाव पर एमपी में राजनीति होने लग गई है. पूर्व कांग्रेस मंत्री सज्जन सिंह वर्ना ने बंटवारे का आरोप लगाया है. 


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सभी धर्मों को मिले अनुमति
सीएम शिवराज के श्री हरि लिखने वाले बयान पर कांग्रेस ने बंटवारे करने का आरोप लगाया है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि  बीजेपी धार्मिक बंटवारा कर रही है. कांग्रेस ऐसा होने नहीं देंगी. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मुस्लिम, मिशनरी, पंजाबी डॉक्टरों को भी अपने धर्मों के नाम लिखने की अनुमति मिलना चाहिए. 


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बंटवारा के लगाया आरोप
पूर्व मंत्री ने कहा कि बीजेपी श्री हरि के जरिये धार्मिक बंटवारा चाहती है. बीजेपी राजनीतिक माइलेज लेने के लिए ये सब करना पड़ रहा है, और कांग्रेस पार्टी धार्मिक बंटवारा नहीं होने देगी.


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सागर में डॉक्टर ने लिखा श्रीहरि 
बता दें कि सीएम शिवराज के ऐसा बोलने के बाद अब सागर के रामपुर विकासखंड अंतर्गत कोटर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर सर्वेश सिंह ने अपना पर्चा हिंदी से लिखना चालू किया है. इतना ही नहीं उन्होंने श्री हरी के नाम का उल्लेख भी किया .मरीज के पर्चे में उन्होंने बीमारी और उसका उपचार सहित दवा का पूर्ण विवरण भी हिंदी में लिख दिया.अब डॉक्टर सर्वेश सिंह का यह पर्चा पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है.