राष्ट्रपति ने MP-छत्तीसगढ़ के विभूतियों को किया पद्म श्री से अलंकृत, जानें किस क्षेत्र में किसे मिला सम्मान
Padma Shri Award: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 9 मई को देश की कई विभूतियों को पद्म श्री सम्मान से अलंकृत किया, जिनमें मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की विभूतियां भी शामिल हैं. जानिए रामलाल बरेठ, जागेश्वर यादव, पंडित ओमप्रकाश शर्मा और डॉ. भगवति लाल पुरोहित को किस क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया गया है.
Padma Shri Award: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में देश की महान हस्तियों को अलग-अलग क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया. इनमें मध्य प्रदेश से पंडित ओमप्रकाश शर्मा और डॉ. भगवति लाल पुरोहित भी शामिल हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ के रामलाल बरेठ और जागेश्वर यादव को भी राष्ट्र्पति ने सम्मानित किया.
डॉ. भगवति लाल पुरोहित (Dr. Bhagwatilal Rajpurohit)
मध्य प्रदेश के डॉ. भगवती लाल राजपुरोहित को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. वे उज्जैन के मालवी भाषा के प्रसिद्ध लेखक एवं प्रतिष्ठित विद्वान हैं. उन्होंने संस्कृत, हिन्दी और मालवीय भाषा के 50 से ज्यादा नाटकों का लेखन किया है. डॉ. भगवती लाल राजपुरोहित ने हिंदी, संस्कृत और प्राचीन इतिहास में पीएचडी की है.
पंडित ओमप्रकाश शर्मा (Pandit Omprakash Sharma)
मध्य प्रदेश के पंडित ओमप्रकाश शर्मा को कला क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. वे उज्जैन के रहने वाले हैं और उन्हें भारत में माच लोक रंगमंच का चेहरा माना जाता है. 85 साल के पंडित ओमप्रकाश शर्मा 7 दशक से मालवा की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में प्रयासरत हैं. उन्होंने माच के लिए मालवी भाषा में कई नाटक लिखे हैं. साथ ही थिएटर प्रस्तुतियों के लिए संगीत भी तैयार किया है. उन्होंने युवा कलाकारों को लोक कला का प्रशिक्षण भी दिया है.
रामलाल बेरठ (Ramlal Bareth)
छत्तीसगढ़ के रामलाल बेरठ को कला के क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. 87 साल के रामलाल बेरठ रायगढ़ घराने के कथक कलाकार हैं. वे देशभर में रायगढ़ कथक शैली में योगदान के लिए जाने जाते हैं. रामलाल बरेठ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग के रायगढ़ जिले के रहने वाले हैं.
जागेश्वर यादव (Jageshwar Yadav)
छत्तीसगढ़ के जागेश्वर यादव को समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. जशपुर के सामाजिक कार्यकर्ता जागेश्वर यादव ने बिरहोर जनजातियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. जागेश्वर यादव का जन्म जशपुर जिले के ग्राम पंचायत भितघरा में हुआ था. बिरहोर आदिवासी घने जंगलों में रहते थे और शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों से वंचित थे. ऐसे में उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सुविधाएं दिलाने की जिम्मेदारी जागेश्वर यादव ने ली.
बता दें कि इस साल देश की 110 हस्तियों को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है. गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया था.