राज किशोर सोनी/रायसेन: रायसेन में एक आयुर्वेद डॉ. द्वारा एक गर्भवती महिला का इलाज करने और इससे उस महिला की जानपर बन आने का मामला सामने आया है. दरअसल आयुर्वेद डॉक्टर के इलाज के वजह से गर्भवती महिला का न सिर्फ गर्भपात हो गया बल्कि उनके पेट की आंत भी खराब हो गई. इसके अलावा अब वो कभी भी मां भी नहीं बन पाएगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऑनलाइन गैंबलिंग के खिलाफ 3 महीने में कानून बनाएगी शिवराज सरकार


बता दें कि पीड़ित महिला यशोदा प्रजापति 3 महीने की गर्भवती थी और रायसेन के समीप ग्राम सालेरा की रहने वाली है. इसी गांव में आयुष अस्पताल है. जहां पदस्थ डॉ. सीमा चौधरी ने उसका इलाज एलोपैथी से किया है. इलाज के दौरान जब गर्भवती महिला की हालत बिगड़ी तो उसे जिला अस्पताल लाया गया. जहां से उसे मेडिकल कॉलेज विदिशा रेफर कर दिया गया. गलत इलाज के कारण जहां पीड़िता का गर्भपात हो गया बल्कि गलत इलाज से उसके पेट में आंते खराब हो गई. जिसका मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन किया गया. डॉक्टर्स का कहना है कि अब यशोदा कभी मां नही बन पाएगी. इधर पीड़ित पक्ष दोषी डॉक्टर पर कार्यवाही की मांग कर रहा है.


दवाई खाने के बाद हरी-हरी उल्टियां हुई
पीड़ित यशोदा का कहना है कि आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी ने अंग्रेजी दवाइयों से मेरा इलाज किया. जिसके बाद मेरी तबीयत बिगड़ने लगी और रात में हरी-हरी उल्टियां हुई. इसके बाद उक्त महिला डॉक्टर ने मुझे गर्भ गिराने के लिए दवाइयां भी दी और बॉटल में मिलाकर इंजेक्शन भी लगाया. परिजन अब इस महिला आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.


मध्य प्रदेश में BJP का ''मिशन-2023'' का बड़ा प्लान, इन 100 विधानसभा सीटों पर खास फोकस


कड़ी से कड़ी सजा हो
यशोदा के पति कल्लू प्रजापति का कहना है कि अब मेरी पत्नी कभी मां नहीं बन पाएगी. ऐसी स्थिति में इस महिला आयुष डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए. जिससे यह आगे चलकर किसी अन्य महिला की जिंदगी बर्बाद ना कर सके. परिजनों ने इस आयुष डॉक्टर की शिकायत रायसेन कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे से भी की है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी जिनका यह गृह जिला और विधानसभा क्षेत्र भी है. उनसे भी इस महिला आयुष डॉक्टर पर कार्रवाई की गुहार लगाई है तो वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी जांच करा कर कार्रवाई की बात कर रहे हैं.